नई दिल्ली : भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित नफरत भरे बयान के लिए दर्ज प्राथमिकी में गिरफ्तारी पर रोक के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. नूपुर ने देश भर में अपने खिलाफ दर्ज सभी प्राथमिकी को क्लब करने का निर्देश देने की अपील भी की है.
नूपुर का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनकी अप्रत्याशित और कड़ी आलोचना के बाद कुछ लोगों ने उनके जीवन को खतरा पैदा कर दिया है. उन्हें दुष्कर्म तक की धमकी दी गई है. उनकी याचिका में उच्चतम न्यायालय से अनुरोध किया गया है कि चूंकि दिल्ली में पहली प्राथमिकी दर्ज की गई थी, इसलिए अन्य स्थानों पर पर दर्ज सभी प्राथमिकी को दिल्ली प्राथमिकी के साथ जोड़ दिया जाए.
गौरतलब है कि नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान आपत्तिजनक बयान दिया था जिसे लेकर विवाद हुआ था. हंगामा होने पर स्पेशल सेल ने नूपुर शर्मा के खिलाफ 8 जून को एफआईआर दर्ज की थी. इसके बाद से कई बार नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर हंगामा हो चुका है. एक समुदाय के लोग लगातार गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. वहीं नूपुर को धमकियां भी मिली हैं.