एनसीपी में जारी सियासी लड़ाई के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार (6 जुलाई) को दिल्ली में शरद पवार से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. एनसीपी (NCP) में पड़ी फूट के बाद दोनों नेताओं की ये पहली मुलाकात है. इससे पहले राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और शरद पवार (Sharad Pawar) पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक में मिले थे.
इस मुलाकात पर शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि राहुल गांधी मिलने आए. उन्होंने भरोसा दिया कि हम सब साथ हैं. सब कुछ हमारे पास है. कुछ लोगों के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता. शिवसेना मामले में आया सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमारे पक्ष में है. विधायक दल के टूटने का मतलब यह नहीं कि पार्टी में टूट हुई है.
शरद पवार ने ली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
शरद पवार गुरुवार को ही दिल्ली पहुंचे हैं. उन्होंने राजधानी में स्थित अपने आवास पर एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की. इस बैठक में पीसी चाको, जितेंद्र आव्हाड, फौजिया खान और वंदना चव्हाण समेत 13 एनसीपी नेता बैठक में मौजूद रहे. इस बैठक के बाद शरद पवार ने कहा कि मैं ही एनसीपी का अध्यक्ष हूं, अगर कोई ऐसा दावा कर रहा है तो उसमें कोई सच्चाई नहीं है.
"महाराष्ट्र में फिर आएगी एमवीए की सरकार"
पवार ने कहा कि मुझे खुशी है कि जिन लोगों को निष्कासित किया, उनको छोड़कर बाकि अन्य लोग इतने कम समय में बैठक के लिए आए. जल्द ही राज्य की स्थिति बदलेगी. वहां एनसीपी, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली शिवसेना को महाराष्ट्र की जनता फिर से सत्ता में लाएगी. अजित पवार के बहुमत होने के दावे पर शरद पवार ने कहा कि सच सामने आ जायेगा. अब हम जो कुछ भी कहेंगे चुनाव आयोग के समक्ष कहेंगे.
"एनसीपी की सभी राज्य इकाइयां शरद पवार के साथ"
इस बैठक के बाद पीसी चाको ने कहा कि हमारी राष्ट्रीय कमेटी की बैठक में शरद पवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर निर्वाचित किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी की 27 इकाइयां हैं. इन सभी 27 राज्य इकाइयों ने एनसीपी (शरद पवार) के साथ रहने की बात कही है. किसी भी एक इकाई ने यह नहीं कहा कि वह शरद पवार के साथ नहीं हैं. चाको ने कहा कि एनसीपी हर तीन साल पर चुनाव कराती है, लोग नियमित रूप से निर्वाचित होते हैं.