दिल्ली-एनसीआर में मौसम ने फिर से पलटी मारी है. दिल्ली और नोएडा के कई इलाकों में बारिश और तेज हवाओं से मौसम बदल गया है. हरियाणा में भारी बारिश हो रही है. कई इलाकों में ओले भी गिरे हैं. बारिश और ओलावृष्टि से मौसम ठंडा हो गया है. राज्य के करनाल में भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई है. दिल्ली-एनसीआर में बारिश और ठंडी हवाओं ने मौसम सर्द कर दिया है.

हरियाणा में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि को लेकर मौसम विभाग ने एक दिन पहले ही येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया था. राजस्थाना के चुरू में भी बारिश और ओले गिरने से फसलों को नुकसान हुआ है.चूरू जिले में कई जगह बड़े-बड़े ओले गिरे हैं. ओलावृष्टि के चलते जमीन बर्फ से ढक कर सफेद हो गई. ओलावृष्टि से फसलों को खासा नुकसान हुआ है. जिले के भानीपुरा, बिजरासर और राजासर में सरसों, गेहूं और इसबगोल की फसल को भारी नुकसान होने का अनुमान है.

दिल्ली-एनसीआर में बारिश-ओले

दिल्ली-एनसीआर में बारिश और हवाएं चलने से मौसम सर्द हो गया है. मौसम विभाग ने एक मार्च की भारी बारिश और आंधी-तूफान की संभावना जताई है. हरियाणा के कई इलाकों में भारी बारिश और ओले गिरे हैं. राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी बारिश-ओले गिरने की खबरें सामने आई हैं. हरियाणा के करनाल में भारी बारिश और ओले गिरने से लोग समय से पहले अपने घर पहुंच गए. खराब मौसम के कारण दिल्ली-नोएडा में भी लोग जल्दी-जल्दी अपने घरों की ओर जाते दिखे. दफ्तरों से भी लोग समय से पहले निकल गए.

चुरू में ओलों से फसलें तबाह

राजस्थान के चुरू जिले के कई हिस्सों में शुक्रवार को ओला वृष्टि होने से किसानों को नुकसान हुआ है. भानीपुरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव राजासर पंवारान सहित आसपास के कई गांव में शाम को अचानक हुई ओलावृष्टि से किसानों की फसलों में भारी नुकसान हुआ है. किसान विष्णु पारीक ने बताया कि वर्तमान में फसले पकने की कगार पर थीं, लेकिन अचानक हुई ओलावृष्टि से फसले पूरी तरह नष्ट हो गई हैं. उन्होंने बताया कि वर्तमान में किसानों ने सरसों, गेहूं, जो, इसबगोल, मेथी, चने आदि फसलों की बुवाई कर रखी है.

‘किसानों को मिले मुआवजा’

किसान ने बताया कि फसलें लगभग पककर तैयार हो चुकी हैं. अचानक हुई ओलावृष्टि के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है. किसान नेता जगदीश धनावंशी ने कहा कि इस समय ओलावृष्टि होना आम बात है, पिछले काफी वर्षों में कई बार इस समय ओलावृष्टि हुई है. लेकिन अब प्रशासन को चाहिए कि तुरंत पटवारी को मौके पर भेजकर नुकसान का जायजा लें और किसानों को समय रहते मुआवजा मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. फसलों में नुकसान होने के कारण किसानों में निराशा छाई हुई है.