विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली  के पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। आनंद ने आप के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार में सामाजिक कल्याण सहित विभिन्न विभाग संभाले। अप्रैल में, उन्होंने दिल्ली कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया और सत्तारूढ़ AAP छोड़ दी। उन्होंने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी पर दलितों को उचित प्रतिनिधित्व नहीं देने का आरोप लगाया। उन्हें इस बात पर नाराजगी थी कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में कोई दलित सदस्य नहीं है। 

उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी के दलित विधायकों, मंत्रियों और पार्षदों को कोई सम्मान नहीं दिया गया। राज कुमार आनंद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल हो गये थे और उन्होंने नयी दिल्ली  सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि पार्टी में दलितों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं है। आनंद ने बसपा में शामिल होने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं बाबा साहेब आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मुझे लग रहा है कि मैं अपनी पार्टी में वापस आ गया हूं।’’  

उन्होंने  दिल्ली  के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी कटाक्ष किया। केजरीवाल आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद तिहाड़ जेल में हैं। पटेल नगर सीट से विधायक आनंद ने कहा, जंतर मंतर से, अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि राजनीति बदलते ही देश बदल जाएगा। राजनीति नहीं बदली है, लेकिन राजनीतिज्ञ बदल गए हैं। अपने इस्तीफे के समय के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में आनंद ने कहा, समय की बात रहने दीजिए। कल तक हम यही समझ रहे थे कि हमें फंसाया जा रहा है, लेकिन उच्च न्यायालय के फैसले के बाद ऐसा लगता है कि हमारी ओर से कुछ गड़बड़ है।