हरियाणा में आप-कांग्रेस गठबंधन पर भारतीय जनता पार्टी की पैनी नजर है। दिल्ली की राजनीति में भी इस गठबंधन की चर्चा तेज है। आप-कांग्रेस गठबंधन पर भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने जानकारी देते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन के पास कोई मिशन और विजन नहीं है। उनके पास सिर्फ अपनी महत्वाकांक्षाएं हैं। वे अपने भ्रष्टाचार को बचाना चाहते हैं। इसलिए वे कुछ जगहों पर गठबंधन बनाते हैं।
आगे कहा कि हालांकि, बाद में यह टूट जाता है। पंजाब में आप और कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ हैं। दिल्ली में वे पहले एक साथ थे। और अब हरियाणा में (आप और कांग्रेस के बीच) अनिश्चितताएं हैं। यह हरियाणा में उनकी हताशा को दर्शाता है। हरियाणा में एक दूसरे के खिलाफ खड़े राजनीतिक दलों को भी एक साथ आना पड़ रहा है। इसका मतलब है कि अगर वे अकेले चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें हरियाणा में लोगों का समर्थन मिलने की कोई गारंटी नहीं है।
आप-कांग्रेस गठबंधन में खटास!
हरियाणा में सूत्रों से खबर आ रही है कि आप-कांग्रेस का गठबंधन टूटने की कगार पर है। आप 50 सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रही है। हरियाणा में कांग्रेस और भाजपा के कई नाराज नेता आप में शामिल हो सकते हैं। रविवार को आप पहली लिस्ट जारी कर सकती है।
कांग्रेस किसी भी दल के साथ गठबंधन से कर चुकी इनकार
बता दें कि हरियाणा कांग्रेस कमेटी प्रदेश में किसी भी दल के साथ गठबंधन से इनकार कर चुकी है। हालांकि लोकसभा चुनाव आप के साथ इंडिया गठबंधन के तहत मिलकर लड़ा था। आप उसी फार्मूले के तहत विधानसभा चुनाव में भी गठबंधन चाह रही है और 10 सीटें मांग रही है, लेकिन कांग्रेस हाईकमान 5 से 7 सीटें देने को तैयार है। इसके अलावा सपा भी हरियाणा में अपनी सियासी जमीन तलाश रही है और वह भी पांच सीटें मांग रही है।