भाजपा सांसद के तौर पर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करूंगा: जयंत सिन्हा

एनडीए और विपक्ष दोनों ने ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। एनडीए ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं विपक्ष ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और टीएमसी नेता रहे यशवंत सिन्हा को कैंडिडेट बनाया है। साल 2018 तक यशवंत सिन्हा भाजपा में थे लेकिन इसके बाद उन्होंने टीएमसी का दामन थाम लिया था। उनके बेटे जयंत सिन्हा भाजपा सांसद हैं।

क्या बोले जयंत सिन्हा
जयंत सिन्हा ने यशवंत सिन्हा की उम्मीदवारी पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए ककहा कि उन्हें इस चुनाव में किसी के बेटे के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, मैं अपनी पार्टी का एक प्रतिबद्ध कार्यकर्ता हूं और एक सांसद के तौर पर अपने कर्तव्यों का पालन करूंगा। उन्होंने ट्वीट कर यह बात कही।

सिन्हा ने कहा, अभी समाचार आया है कि विपक्ष की ओर से भारत के राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मेरे आदरणीय पिता जी यशवंत सिन्हा जी को प्रत्याशी घोषित किया गया है। मेरे पास बहुत सारे लोगों के फोन आ रहे हैं। उन्होंने कहा, मैं यही निवेदन करूंगा कि इस समय आप एक पुत्र के रूप में न देखें, इसे एक पारिवारिक मामला न बनाएं। मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूं और हजारीबाग से सांसद हूं। मैं अपने संवैधानिक दायित्व को समझता हूं और पूरी तरीके से इसे निभाऊंगा।

बता दें कि 84 साल के यशवंत सिन्हा एक प्रशासनिक अधिकारी रह चुके हैं। कई अहम पदों की जिम्मेदारी संभालने के बाद वह राजनीति में आए थे। 1992 से 2018 तक वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य रहे। पीएम मोदी की नीतियों से असंतुष्ट होकर उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद वह टीएमसी में शामिल हो गए थे।

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