लगातार प्रदूषित हो रही एनसीआर की हवा को देखते हुए दिल्ली से सटे हरियाणा के दोनों जिलों गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी बीएस तीन (पेट्रोल) और बीएस चार (डीजल) श्रेणी के चार पहिया वाहनों के संचालन पर रोक लगा दी गई है। मंगलवार देर शाम परिवहन आयुक्त के निर्देश पर दोनों ही जिलों के उपायुक्तों ने इस मामले में आदेश जारी कर दिया। तत्काल प्रभाव से लागू किए जाने के साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि उपरोक्त आदेश 30 नवंबर या फिर ग्रैप की तीसरी स्टेज हटने तक लागू रहेगा। इस आदेश के बाद गुरुग्राम, नोएडा और फरीदाबाद के बीच जाने-आने वालों की परेशानी बढ़ेगी। दिल्ली में यह व्यवस्था पूर्व में ही लागू की जा चुकी है।
पिछले कई दिनों से दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग छाया हुआ है। एनसीआर के सभी जिले रेड जोन में हैं। गुरुग्राम और फरीदाबाद भी इससे अछूते नहीं हैं। मंगलवार को भी गुरुग्राम में एक्यूआई का स्तर 400 से ऊपर पहुंच गया। गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि लगातार बिगड़ रहे एक्यूआई के स्तर और लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। इसके साथ ही लोगों को सलाह दी जा रही है कि वह अब निजी वाहनों की जगह सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करें।
सरकार गंभीर, नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि हरियाणा सरकार राज्य में प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए गंभीरता से कार्य कर रही हैं। प्रदेश में नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को लेकर सरकार ने अनेक कदम उठाए है। इसी क्रम में गुरुग्राम जिला में बीएस तीन (पेट्रोल) व बीएस चार (डीजल) श्रेणी के वाहनों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है। जिले में इन आदेशों की पालना गंभीरता से सुनिश्चित की जाएगी। प्रदूषण नियंत्रण के लिए जिला वासियों को भी प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि जिला में अगर कोई उपरोक्त श्रेणी के वाहनों का प्रयोग करेगा तो उसके खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट, 1988 की धारा 194 (1) के तहत चालान और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों के अनुसार नियम तोड़ने पर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगेगा।
फरीदाबाद-गुरुग्राम के बीच कठिन हुआ सफर
नए आदेश के बाद सबसे ज्यादा परेशानी गुरुग्राम-फरीदाबाद के बीच सफर कठिन हो जाएगा। दोनों शहरों के बीच न तो सीधी मेट्रो सेवा है और न ही रेलवे की सुविधा है। मेट्रो और रेल का सफर करने वालों को दिल्ली तक का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ेगा। इन दोनों ही शहरों के लोग बड़ी संख्या में काम के सिलसिले में प्रतिदिन आवागमन करते हैं। फरीदाबाद स्थित फैक्टि्रयों में जहां लोग गुरुग्राम से जाते हैं, वहीं एमएनसी और आईटी सेक्टर की कंपनियों में फरीदाबाद से लोग प्रतिदिन गुरुग्राम तक की दौड़ लगाते हैं। ज्यादातर चार पहिया वाहन वाले लोग इसके लिए ग्वाल पहाड़ी वाले रास्ते का प्रयोग करते हैं। इस रास्ते पर सफर करने वालों के लिए अब सार्वजनिक परिवहन के रूप में सिर्फ रोडवेज बसों का ही सहारा है।
नगर निगम अधिकारियों ने सड़कों पर उतरकर की कार्रवाई
शहर की हवा खतरनाक श्रेणी में जाने के बाद फरीदाबाद नगर निगम अधिकारियों ने सड़कों पर उतर कार्रवाई शुरु कर दी है। मंगलवार को निगम अधिकारियों ने अलग-अलग इलाकों में 76 चालाक काटे। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर 1.67 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। नगर निगम मुख्य अभियंता बीरेंद्र कर्दम ने बताया कि पॉलीथिन का इस्तेमाल करने वाले 42 लोगों के चालान किए गए, 24 हजार का जुर्माना लगाया गया। इसी प्रकार खुले में कूड़ा फैलने पर पांच लोगों पर सात हजार रुपये, कूड़े में आग लगाने वाले 21 लोगों पर एक लाख पांच हजार रुपये का जुर्माना, तंदूर जलाने वाले पांच लोगों पर 25 हजार का, खुले में शौच पर 500 रुपये, खुले में मीट की दुकान का 500 रुपये, खुले में गाय छोड़ने पर पांच हजार रुपये के चालान किए गए है।