सिरसा। हरियाणा के सिरसा के कालांवाली क्षेत्र में स्थित डेरा जगमालवाली के डेरा प्रमुख संत बहादुर चंद उर्फ वकील साहिब के निधन के बाद गद्दी को लेकर विवाद शुरू हो गया है। डेरा प्रमुख के निधन की सूचना मिलते ही गुरुवार को हरियाणा और पंजाब से अनुयायी डेरे में पहुंचने लगे। इस बीच अनुयायियों और डेरे की गद्दी पर हक जताने वाले एक पक्ष के लोगों के बीच विवाद हो गया और अनुयायियों ने तीन-चार लोगों की पिटाई कर दी। उनके कपड़े तक फाड़ दिए।

डेरा प्रेमी अमर सिंह का आरोप है कि हक जताने वालों ने पहले गोली चलाई जो एक युवक को छूकर निकल गई। इसके बाद संगत ने मारपीट की। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गद्दी की दावेदारी करने वाले लोगों को किसी तरह से वहां से बाहर निकाला। एसपी दीप्ति गर्ग, डीएसपी राजीव कुमार, डीएसपी किशोरी लाल और डीएसपी जयभगवान ने दल-बल के साथ पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में किया।

विवाद के बाद डेरा प्रेमी अमर सिंह व सतनाम सिंह गदराना सामने आए। अमर सिंह ने स्वयं को डेरा प्रमुख का करीबी बताते हुए आरोप लगाया कि डेरा प्रमुख से विरेंद्र सिंह व उसके साथी उन्हें मिलने नहीं देते थे। दस दिन पहले भी मिलने नहीं दिया था। एक बार डेरा प्रमुख ने उन्हें स्वयं कहा था कि उन पर दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन इसको लेकर वह साध संगत से फिलहाल कुछ न कहे।

अमर सिंह ने आरोप लगाया कि डेरे के अनुयायी विरेंद्र सिंह व उसके करीबियों ने डेरे की गद्दी को लेकर डेरा प्रमुख का अंतिम संस्कार वीरवार को ही करना चाहा। वह साध-संगत को संत साहिब के दर्शन तक नहीं करवाना चाहते थे। अमर सिंह ने कहा कि विरेंद्र अपने पास डेरा प्रमुख की वसीयत होने की बात कहते हैं जबकि इस प्रकार की वसीयत का कभी डेरा प्रमुख ने जिक्र नहीं किया।

डेरा प्रमुख की मौत की सीबीआई जांच की मांग
अमर सिंह ने मांग की कि डेरा प्रमुख की मौत की सीबीआई जांच होनी चाहिए। इसके साथ ही डेरा प्रमुख की विशेष अलमारी जो उनके फिंगर प्रिंट से खुलती है, उसमें रखे दस्तावेज सरकार साध संगत के सामने रखे और पढ़कर सुनाए ताकि सभी के सामने सच्चाई आ सके।

चंद घंटों में ही हजारों की संख्या में पहुंची संगत

संत वकील साहिब के निधन की सूचना मिलने के साथ ही देश और प्रदेश के अलग अलग कोनों से संगत ने आना शुरू कर दिया। चंद घंटों में ही हजारों अनुयायी मस्ताना शाह बलूचिस्तानी आश्रम यानी डेरा जगमालवाली पहुंच गए। शुक्रवार को लाखों की संख्या में साध संगत के डेरा प्रमुख के अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंचने की संभावना है। जिसको लेकर पुलिस ने वीरवार से ही व्यापक प्रबंधन करने शुरू कर दिए हैं।

कौन होंगे नए डेरा प्रमुख, संशय बरकरार
डेरे की गद्दी पर कौन बैठेगा, इसको लेकर अभी संशय बरकरार है। दो गांवों की पंचायत मिलकर आगामी निर्णय लेने के मूड में नजर आ रही है, वहीं विरेंद्र सिंह व उसके सहयोगी भी गद्दी के लिए अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं। ऐसे में अब डेरा जगमालवाली का नया प्रमुख कौन होगा, इसके बारे में लाखों अनुयायी जानना चाहते हैं।

संगत से विवाद के बाद कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया। डेरे में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी स्थिति से निबटने के लिए पुलिस फोर्स लगाई गई है। शुक्रवार को डेरा प्रमुख का अंतिम संस्कार किया जाएगा। -दीप्ति गर्ग, एसपी, डबवाली।

संत बहादुर चंद वकील साहिब महान तपस्वी संत : तंवर

संत बहादुर चंद वकील साहिब के निधन का पता चलते ही सिरसा के पूर्व सांसद डाॅ. अशोक तंवर वीरवार को डेरा जगमालवाली पहुंचे। तंवर ने कहा कि संत बहादुर चंद वकील साहिब एक महान संत एवं तपस्वी थे। उनका परिवार पिछले करीब दो दशक से डेरा से जुड़ा हुआ है। उन्होंने संत वकील साहिब के निधन पर शोक जताते हुए उनके पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। वरिष्ठ भाजपा नेता राजेंद्र देसूजोधा, विजय सेठी, वेदप्रकाश फुटेला, लाल सिंह मोइला, सुरेंद्र खिंची ,जिला भाजपा मीडिया प्रभारी अमित सोनी भी मौजूद रहे।