हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई. पीएम मोदी की अध्यक्षता में सभी 90 सीटों पर चर्चा पूरी हो गई है. इनमें से 55 सीट पर फाइनल मुहर लग गई है. बच 35 नामों को हरियाणा कोर कमेटी बीजेपी अध्यक्ष के साथ शुक्रवार को बैठक करके फाइनल करेगी. उम्मीदवारों के नामों की घोषणा एक बार में नहीं बल्कि धीरे-धीरे होगी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अंबाला कैंट से अनिल विज चुनाव लड़ सकते हैं. नायब सिंह सैनी लाडवा सीट से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं.

सीटप्रत्याशी
फरीदाबाद ओल्डविपुल गोयल
तिगांवराजेश नगर
पृथलादीपक डागर
बल्लभगढ़मूलचंद शर्मा
होडलहरेंद्र राम रतन
पलवालगौरव गौतम
सोहनातेजपाल तंवर
अटेलीआरती राव
रेवाड़ीमंजू यादव
बावलसंजय मेहरा
नांगलचौधरी अभय सिंह यादव
लाडवानायब सिंह सैनी
अंबाला कैंटअनिल विज
अंबाला सिटीअसीम गोयल
थानेसरसुभाष सुधा
जींदमहिपाल डांडा
पानीपतप्रमोद विज
हथीनप्रमोद
फरीदाबाद की बड़कल और एनआईटी दोनों पेंडिंग.

बीजेपी दफ्तर में हुई इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, ओपी धनखड़, सत्य नारायण जटिया, इकबाल सिंह लालपुरा, के. लक्ष्मण, नायाब सिंह सैनी, सुधा यादव, वानिथि श्रीनिवासन, अनिल विज, भूपेंद्र यादव, बिप्लब देब, सतीश पुनिया, सुरेंद्र नागर और धर्मेंद्र प्रधान मौजूद रहे.

जेपी नड्डा के आवास पर हुई बैठक

इससे पहले अमित शाह सहित बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर बैठक हुई थी. इसमें संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई थी.नड्डा के आवास पर हुई कोर ग्रुप की बैठक में अमित शाह के अलावा धर्मेंद्र प्रधान, मनोहर लाल खट्टर, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष भी थे. इससे पहले धर्मेंद्र प्रधान ने अपने आवास पर हरियाणा बीजेपी नेताओं के साथ बैठक की थी.

हमारी पार्टी लोकतांत्रिक है: अनिल विज

बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक के बाद हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पार्टी की प्रदेश टीम ने केंद्रीय टीम को राज्य के राजनीतिक हालात की जानकारी दी है. हमारी पार्टी लोकतांत्रिक है. केंद्रीय चुनाव समिति अंतिम फैसला करेगी.

पिछले चुनाव में 40 सीटें जीती थी बीजेपी

90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा के लिए 1 अक्टूबर को मतदान होगा. 4 अक्टूबर को काउंटिंग होगी. राज्य में अभी बीजेपी की सरकार है. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 40 सीट मिली थीं. कांग्रेस को 31 सीटें मिली थीं. जेजेपी (जननायक जनता पार्टी) 10 सीटें जीतने में सफल रही थी. इसके अलावा 7 सीटें निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे, इनेलो को एक और हरियाणा लोकहित पार्टी को एक सीट पर जीत मिली थी.

बीजेपी ने जेजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. मनोहर लाल खट्टर राज्य के सीएम बने थे. जेजेपी के दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम थे. हालांकि लोकसभा चुनाव में सीटों को लेकर असहमति के बाद ह गठबंधन टूट गया था. इसके बाद बीजेपी ने निर्दलीय विधायकों के दम पर सरकार बचाई. कुछ दिन बाद खट्टर को मुख्यमंत्री पद से हटाकर नायब सिंह सैनी कमान सौंपी थी.