दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब 10 दिन से भी कम का समय बचा है. इस दौरान राजनीतिक पार्टियां जमकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है. वहीं, सोमवार को आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने बीजेपी शासित हरियाणा सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. उनका कहना है कि हरियाणा सरकार षड्यंत्र के जरिए यमुना के पानी को जहरीला बना रही है. वहीं, इन आरोपों को लेकर हरियाणा सरकार की बड़ी कार्यवाही करने की तैयारी में है.

सूत्रों के मुताबिक, हरियाणा सरकार इन आरोपों को लेकर अरविंद केजरीवाल को मानहानि का नोटिस भेज सकती है. साथ ही पूरे मामले को लेकर चुनाव आयोग से भी शिकायत करने की तैयारी में है. बीजेपी के सीनियर नेताओं का डेलिगेशन चुनाव आयोग के पास जाकर मामले की औपचारिक शिकायत कर सकता है. वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि केजरीवाल अपने मुख्य सचिव को भेजे और जहां से पानी (यमुना) दिल्ली में प्रवेश करती है वहां पानी की गुणवत्ता की जांच करें.

क्या कुछ आरोप है आम आदमी पार्टी का?

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए यह आरोप लगाया है. वहीं, उनका वीडियों आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी एक्स पर शेय़र किया है. सीएम आतिशी ने दावा किया कि हरियाणा सरकार जानबूझकर यमुना के पानी को जहरीला बना रही है ताकि दिल्ली वालों को पीने का पानी न मिल सके. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हरियाणा से यमुना के रास्ते दिल्ली आने वाले पीने के पानी में जहर मिलाने का षड्यंत्र किया.

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार अमोनिया वाला प्रदूषित पानी यमुना में छोड़ रही है. प्रदूषण का स्तर पर इतना बढ़ गया है कि दिल्ली के तीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने की कगार पर आ गए हैं. यमुना में जहरीला पानी आने से दिल्ली के 30 फीसदी लोगों को पानी नहीं मिलेगा. सीएम आतिशी ने कहा, ‘इनके गिरने की कोई सीमा नहीं. पर मैं दिल्लीवालों का कोई नुकसान नहीं होने दूंगा. हम सब दिल्ली वाले मिलकर बीजेपी के इस षड्यंत्र को फेल करेंगे.’

दिल्ली जल बोर्ड ने आरोप को बताया भ्रामक

दिल्ली जल बोर्ड ने यमुना के पानी में बढ़ते अमोनिया के लेवल को लेकर मुख्यमंत्री आतिशी और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के दावे को तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक बताया है. बोर्ड ने कहा है कि सर्दियों में अनट्रीटेड सीवेज की वजह से यमुना नदी के पानी में अमोनिया की मात्रा बढ़ जाती है. मानसून के बाद सर्दियों में यमुना नदी का प्रवाह घट जाता है. ऐसी स्थिति में पानी में मिलने वाला अनट्रीटेड सीवेज पर्याप्त रूप डायलूट नहीं हो पाता है और अमोनिया की मात्रा बढ़ जाती है.