विधानसभा सत्र में भाजपा की अल्पमत सरकार को गिराने और विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश की सत्ता हासिल करने की तैयारी में जुटी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। हरियाणा की राजनीति के दिग्गज घराने पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल की बहू व तोशाम से कांग्रेस विधायक किरण चौधरी और उनकी बेटी पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने इस्तीफा दे दिया है।

दोनों ने इस्तीफा देने के पीछे नाम लिए बिना पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जिम्मेदार ठहराया है। दोनों बुधवार को दिल्ली में भाजपा में शामिल होंगी। इसके अलावा कांग्रेस दो और बड़े नेताओं के भाजपा में जाने की चर्चा चल रही है। इनमें एक पूर्व स्पीकर हैं।

लोकसभा चुनाव में भिवानी महेंद्रगढ़ सीट से श्रुति चौधरी का टिकट कटने के बाद से ही किरण चौधरी कांग्रेस के खिलाफ मुखर थीं। मतदान से पहले ही उन्होंने प्रेस वार्ता कर हुड्डा गुट पर साजिश व षडयंत्र रच उन्हें राजनीतिक रूप से खत्म करने का आरोप लगाया था। इसके बाद चरखी दादरी में हुई राहुल गांधी की रैली में भी राव दान सिंह और किरण में टकराव हुआ था।

दो दिन पहले भिवानी में मीडिया से बातचीत में किरण ने पार्टी छोड़ने के संकेत दे दिए थे। उन्होंने कहा था कि यदि टिकट वितरण सही से होता तो पार्टी हरियाणा में पांच से ज्यादा सीटें जीतती। अब हरियाणा में कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं है।

उनके इस बयान के बाद माना जा रहा था कि किरण चौधरी कांग्रेस को अलविदा कह सकती हैं। किरण और श्रुति को बुधवार को दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पार्टी में शामिल कराएंगे। इस दौरान सीएम नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल भी मौजूद रहेंगे।

इस्तीफे में लिखा- कांग्रेस एक व्यक्ति केंद्रित, पार्टी को जागीर समझ चला रहे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे इस्तीफे के पीछे किरण ने लिखा है, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हरियाणा में कांग्रेस को व्यक्तिगत जागीर के तौर पर चलाया जा रहा है। इसमें मेरी जैसी ईमानदार आवाजों के लिए कोई जगह नहीं है। मेरे जैसे लोगों को बहुत ही सुनियोजित तरीके से दबाया जाता है। समय-समय पर अपमानित किया जाता है और साजिशें रची जाती हैं। अपने लोगों को प्रतिनिधित्व करने और मूल्यों को बनाए रखने के लिए मेरे प्रयासों में बाधा उत्पन्न की जा रही है।

मेरा लक्ष्य शुरू से ही अपने राज्य और अपने देश के लोगों की सेवा करना रहा है। मगर अब ऐसी बाधाओं की वजह से काम करने में असमर्थ हूं। अपने लोगों और कार्यकर्ताओं की आकांक्षाओं को साकार करने के लिए मैं आगे देखने के लिए मजबूर हूं। वहीं, श्रुति चौधरी ने भी अपने इस्तीफे में कहा कि कांग्रेस पार्टी दुर्भाग्य से एक व्यक्ति केंद्रित हो गई है, जिसने अपने स्वार्थी व हितों के लिए पार्टी के हितों से समझौता किया है।

किरण जा सकती हैं राज्यसभा, श्रुति को मिलेगा विधानसभा का टिकट
सूत्रों के अनुसार, किरण दो शर्तों पर भाजपा में शामिल हो रही हैं। उन्होंने अपने लिए राज्यसभा की सीट और बेटी के लिए तोशाम से विधानसभा का टिकट मांगा है। रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा के सांसद चुने के बाद राज्यसभा की एक सीट खाली हो गई है। भाजपा इस सीट पर उस नेता को भेजना चाह रही थी, जो जिससे उसे विधानसभा चुनाव में फायदा मिले। भिवानी में बंसीलाल और किरण के काफी समर्थक हैं।

अब विधानसभा में दलीय स्थिति

  • भाजपा 41
  • कांग्रेस 28
  • जजपा 10
  • इनेलो 1
  • हलोपा 1
  • निर्दलीय 5
  • कुल 86

हुड्डा बोले-कांग्रेस ने हर वक्त किरण को अच्छे मौके दिए
कांग्रेस ने हर वक्त उन्हें अच्छे मौके दिए हैं। कांग्रेस में सभी का ध्यान रखा जाता है। यदि भाजपा में उन्हें अपना बेहतर भविष्य लगता है तो यह उनकी मर्जी है। लोकसभा की टिकटें पार्टी ने सर्वे के आधार पर बांटी थीं। इसमें किसी एक का कोई रोल नहीं था। -भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व सीएम, कांग्रेस

किरण चौधरी की नाराजगी स्वाभाविक : कुमारी सैलजा
किरण चौधरी की नाराजगी स्वभाविक है। उनको मनाया जाना चाहिए। मैं उनके संपर्क में हूं। जिस हिसाब से टिकट वितरण हुआ उससे लगता है कि उनका टिकट काटने के लिए ही ऐसा किया गया। पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल की राजनीति विरासत को आगे बढ़ा रही किरण चौधरी का प्रदेश में बड़ा कद है। श्रुति चौधरी भी पूर्व सांसद रही हैं। -कुमारी सैलजा, सांसद, सिरसा


किरण चौधरी की प्रोफाइल
जन्म : 5 जून 1955 (आयु 69 वर्ष)
पति- स्वर्गीय चौ. सुरेंद्र सिंह, पूर्व कृषि मंत्री हरियाणा
संतान : बेटी श्रुति चौधरी
निवास : भिवानी के विजय नगर स्थित आवास
राजनीतिक सफर- तोशाम से 2005, 2009, 2014, 2019 विधायक
पहले : 2000 में दिल्ली कैंट से विधायक और विधानसभा में उपाध्यक्ष रही हैं।

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौ. बंसीलाल के बेटे चौ. सुरेंद्र सिंह की पत्नी किरण चौधरी ससुर और पति की मौत के बाद बंसीलाल की राजनीतिक विरासत को भी संभाले हुई हैं।