हिसार सेक्टर 13 में महिला चिकित्सक के घर काम करने वाली प्रवासी नौकरानी को पुलिस ने बुरी तरह से टार्चर किया। नौकरानी की बेटी पर भी अत्याचार किए। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने उसके साथ थर्ड डिग्री का प्रयोग किया। उसकी 11 साल की नाबालिग बेटी के साथ भी अत्याचार किए। बेटी को गर्म पानी में मुंह डालकर उसे प्रताड़ित किया। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सामाजिक संगठनों ने लघु सचिवालय पर प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
पीड़िता ने बताया कि वह मूल रूप से बिहार की रहने वाली है। पिछले लंबे समय से हिसार में रहती है। यहां लोगों के घरों में साफ सफाई का काम करती है। हिसार के सेक्टर 13 में एक महिला चिकित्सक के घर भी काम करती है। महिला चिकित्सक के घर सोने की चोरी हो गई। पुलिस ने मुझ से दो तीन बार थाने में बुलाकर पूछताछ की।
पीड़िता ने बताया कि उसने हर बार पुलिस का सहयोग किया। 18 फरवरी को सीआईए की टीम ने उसे उठा लिया। जंगल में ले जा कर उसे घेर लिया। उसके साथ काफी देर तक मारपीट की। बार बार पानी के डब में डुबोया करीब 40 से 45 मिनट तक इसी तरह से अत्याचार करते रहे। इसके बाद मेरी 11 साल की बेटी को भी पुलिस ने उठा लिया। उसे भी इसी तरह से पानी के डब में मुंह डुबोकर प्रताड़ित किया। बेटी के साथ मारपीट भी की। हमें बुरी हालत में छोड़ दिया। हमारे पड़ोसी सूखा सिंह ने सोमवार को नागरिक अस्पताल में अपना उपचार कराया।
पीड़िता का आरोप
पीड़िता ने बताया कि उसका पति अंधा है। घर में वही अकेली कमाने वाली है। उसकी तीन बेटियां तथा एक बेटा है। उसके पास कमाने का कोई अन्य तरीका नहीं है। वह मजदूरी कर छह लोगों का पेट भरती है। आज तक उसने कभी कोई अपराध नहीं किया।
लघु सचिवालय के बाहर नारेबाजी
जनवादी महिला समिति की अध्यक्ष शकुंतला जाखड़ के नेतृत्व में महिलाएं प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंची। महिलाओं ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोपी पुलिस कर्मियों पर केस दर्ज करने की मांग की। बाद में महिलाओं का एक प्रतिनिधि मंडल अधिकारियों से मिला। जिसमें पुलिस अधिकारियों ने जांच का भरोसा दिया।