हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों के लिए नामांकन के अंतिम दिन तीन उम्मीदवारों ने पर्चा भरा। ऐसे में अब 10 जून को मतदान होगा। मंगलवार को कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन, भाजपा उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार और निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय ने चुनाव अधिकारी के पास नामांकन दाखिल किया। जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने कार्तिकेय को समर्थन का एलान किया है। निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा का नामांकन भरवाने के लिए पूर्व मंत्री विनोद शर्मा के साथ बिजली मंत्री रणजीत चौटाला पहुंचे।

हुड्डा बोले-पार्टी में कोई भितरघात नहीं

अजय माकन के साथ नामांकन के लिए पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा, सांसद दीपेंद्र हुड्डा पहुंचे। नामांकन के बाद नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि चुनाव को लेकर कांग्रेस की पूरी तैयारी है। पार्टी में कोई भितरघात नहीं है। तीसरे उम्मीदवार को लेकर अभी कोई चर्चा नहीं है। हुड्डा ने कहा कि 2016 के चुनाव में क्या हुआ था, सभी जानते हैं। चुनाव आयोग उससे बचने के लिए एहतियात बरत रहा है। वहीं अजय माकन ने कहा कि मुझे चिंता करने की जरूरत नहीं है। चिंता तो भाजपा को करनी चाहिए। प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल ने दावा किया कि हम चुनाव जीतेंगे। कुलदीप बिश्नोई का वोट निश्चित ही माकन को पड़ेगा। हुड्डा ने भी दावा किया कि 30 विधायकों में भी जीत सकते हैं। 

मनोहर लाल बोले-पर्चा भरना सबका अधिकार

भाजपा उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार के साथ सीएम मनोहर लाल और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। कृष्ण लाल पंवार के पर्चा दाखिल करने के बाद सीएम मनोहर लाल ने कहा कि पर्चा भरना सबका अधिकार है। निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन पर विचार-विमर्श के बाद फैसला लिया जाएगा। 

ये रहेगा गणित

हरियाणा में कुल 90 विधायक हैं। सभी वोट करते हैं तो पहले उम्मीदवार को जीत के लिए 31 व दूसरे को 30 वोट चाहिए। ऐसे में भाजपा के कृष्ण लाल पंवार का जाना तय है। मुकाबला कांग्रेस के अजय माकन व कार्तिकेय के बीच होगा। कांग्रेस में भितरघात की आशंका है। कांग्रेस के 31 में से एक विधायक कुलदीप बिश्नोई नाराज चल रहे हैं। कुछ और विधायक सैलजा को उम्मीदवार न बनाए जाने से नाखुश हैं। निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय के ससुर कुलदीप शर्मा पूर्व कांग्रेस सरकार में स्पीकर रह चुके हैं। कुलदीप को नेता प्रतिपक्ष हुड्डा का करीबी माना जाता है।

पार्टी चिन्ह पर नहीं लड़ेगी कांग्रेस

कांग्रेस ने पार्टी चिन्ह पर निकाय चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। हुड्डा, बंसल व उदयभान समिति की रिपोर्ट के बाद हाईकमान ने निर्णय लिया। अधिकतर विधायकों ने पार्टी चिन्ह पर चुनाव लड़ने का सुझाव दिया था।

कांग्रेस उम्मीदवार का विरोध भी

राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार पर विरोध जारी है। राज्यसभा में कांग्रेस की ओर से अजय माकन को भेजने पर कैप्टन अजय यादव ने सवाल उठाए और कहा कि दस सीटों में से किसी भी राज्य से कुमारी सैलजा का भी हक बनता था।