हरियाणा विधानसभा सचिवालय की गठित विषय समिति वीरवार को छुट्टी के समय पर कैथल सामान्य अस्पताल में निरीक्षण करने के लिए पहुंची। समिति के सदस्यों को दोपहर 12 बजे सामान्य अस्पताल का दौरा करने के लिए पहुंचना था, लेकिन समिति के सदस्य दोपहर करीब दो बजे पहुंचे थे। इतने में अस्पताल में छ्ट्टी का ही समय हो गया था। समिति में अध्यक्ष विधायक ईश्वर सिंह अन्य चार विधायक और शामिल थे।
इनमें विधायक लक्ष्मण नापा, निर्मला रानी, शीशपाल केहरवाल शामिल थी। टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक सोनिया खुल्लर भी मौजूद रहीं। यह समिति महज 45 मिनट में पूरे अस्पताल का दौरा कर वापस लौट गई। समिति ने माना की अस्पताल में डॉक्टरों की काफी कमी है और यहां पर लंबे समय से बेहोशी का कोई डॉक्टर नहीं है। अध्यक्ष ईश्वर ने कहना था कि उन्हें अस्पताल में डॉक्टरों की कमी मिली है। इसके साथ ही यहां पर पिछले करीब ढाई साल से बेहोशी का कोई डॉक्टर नहीं है। यहां पर बाहर से निजी डॉक्टर को ढाई से तीन हजार रुपये की फीस पर यहां बुलाना पड़ता है।
समिति ने यहां पर किया है दौरा
समिति ने अस्पताल में बने गायनी वार्ड, एंटी, पास्ट नेटल, लेबर रूम, पास्टर ऑपरेटिंग वार्ड, स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट, ट्राइएज रूम, वात्सल्य कक्ष, बाल चिकित्सा वार्ड, सामान्य वार्ड, ऑर्थाें व सर्जिकल वार्ड आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया। सबसे पहले समिति के सदस्य गायिनी वार्ड में पहुंंचे। यहां पर मौजूद डॉक्टरों और नर्सिंग ऑफिसर से जानकारी ली। इसके बाद सदस्य निक्कू वार्ड में आए। यहां पर उन्होंने व्यवस्थाओं को लेकर जांच की। इसकी जांच करने के बाद बाल रोग केंद्र में समिति के सदस्य पहुंचे। यहां समिति के सदस्यों ने दाखिल मरीजों की जांच की। इसके बाद सदस्यों ने सामान्य वार्ड का दौरा किया और यहां पर दाखिल मरीजों को मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं पर जानकारी ली।
समिति अध्यक्ष बोले, सरकार को देंगे रिपोर्ट, सुधारेंगे
समिति के अध्यक्ष विधायक ईश्वर सिंह ने कहा कि विधानसभा की तरफ से शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति सुधारने के उद्देश्य से हरियाणा विधानसभा सचिवालय की विषय समिति का गठन किया गया है। इसके तहत शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति सुधारने के लिए लगातार कार्य किया जाएगा। वे कैथल जिले से ही विधायक हैं और अध्यक्ष भी हैं तो उन्होंने सबसे पहले अपने गृह जिले को चुना है। यहां पर सभी व्यवस्थाओं पर जांच कर ली गई है। अब सदस्यों की तरफ से एक रिपोर्ट बनाकर सरकार को सौंपी जाएगी, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो सके।
विषय समिति के आगमन से पहले अस्पताल का किया घेराव
उधर, विषय समिति के आगमन से पहले आशा कर्मियाें ने उनकी मांगों के समर्थन में जिला नागरिक अस्पताल में पहुंचकर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान काफी संख्या में आशा कर्मी एकत्रित हुई और घेराव कर दिया। आशा कर्मियों की यूनियन की पदाधिकारियों को नायब तहसीलदार आशीष कुमार ने अपनी गाड़ी में विधायकों को ज्ञापन देने के लिए भेज दिया। यह आशा कर्मी सबसे पहले हनुमान वाटिका में एकत्रित हुई थी। इसके बाद वहां से ही प्रदर्शन करतीं हुई अस्पताल में पहुंची थी।
जिला प्रधान सुषमा व मेनका मूंदड़ी ने बताया कि 10 विधायकों का एक समूह सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं के निरीक्षण के लिए गठित विषय समिति के रूप में अस्पताल में पहुंचना था। उनके विरोध के चलते वह विधायक नहीं पहुंचे और उन्हें वापस जाने का आग्रह किया। इसके बाद उन्होंने अपनी मांगों को एक ज्ञापन सौंपा तो बाद में आशा कर्मियों के जाने के बाद ही उन्होंने दौरा किया।
राज्य महासचिव सुनीता ने बताया कि अभी सरकार व विभाग के अधिकारियों का रुख सकारात्मक नही है वे जानबूझकर आंदोलन को लंबा खींचकर आशाओं को थकना चाहते है व बातचीत से बचने के लिए लुका छिपी कर रहे है व आशाओं का सामना करने से बचने प्रयास कर रहे हैं। इस मौके पर रैना खेड़ी, जीतो, प्रकाशो कौल ममता ढांड, रेनू, उर्मिला, कमलेश, सरोज, मंजू कुतबपुर, संतोष सजूमा, ऊषा क्योड़क , पूनम कुलतारण, सुनीता बालू सुमन सारण
भी मौजूद थी।