हरियाणा के झज्जर में पुलिस एंटी नारकोटिक सेल को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने दो गाड़ियों में करीब 105 किलो गांजा के साथ आठ आरोपियों को रविवार रात गिरफ्तार किया है। इनमें रोहत की रहने वाली मां-बेटी भी शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश किया, जहां से तीन को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जबकि तीन को आठ दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। दिया है। आरोपी उड़ीसा से गांजा लेकर आए थे।

एंटी नारकोटिक सेल की ओर से गुप्त सूचना के आधार पर एक कार व एक स्कॉर्पियो में गांजा की खेप के साथ आठ आरोपियों को थाना बादली क्षेत्र से रविवार रात गिरफ्तार किया है। झज्जर सेल के प्रभारी उपनिरीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि जियोपुर (उड़ीसा) से दो गाड़ियों में छिपाकर तस्करी करने के लिए गांजा लाया जा रहा था।

सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय झज्जर में पत्रकार वार्ता के दौरान डीएसपी झज्जर अरविंद कुमार ने बताया कि जिले को नशा मुक्त बनाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत तस्करों के गिरोह को गांजा के साथ काबू किया गया है।

उन्होंने बताया कि झज्जर सेल में तैनात सहायक उप निरीक्षक चांद राम के नेतृत्व में पुलिस की टीम थाना बादली क्षेत्र में तैनात थी। पुलिस टीम ने केएमपी पर बादली के निकट नाकाबंदी कर गाड़ियों को काबू किया। कार में रखें 2 व स्कॉर्पियो गाड़ी में छिपाकर रखे गए 3 कट्टों में गांजा बरामद हुआ।

पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 5 कट्टों में बरामद गांजा का वजन किया गया तो 105 किलो 500 ग्राम पाया गया। आरोपियों की पूछताछ में पहचान मोनू निवासी लखीसराय बिहार, सरबजीत सिंह निवासी रामगढ़ अलवर राजस्थान, राकेश निवासी कटवाल जिला सोनीपत, कुलदीप व मंजीत दोनों निवासी गिरावड़ लाखनमाजरा जिला रोहतक, रवि निवासी खानपुर गोहाना जिला सोनीपत व दो महिलाएं निवासी इंदिरा कॉलोनी रोहतक के तौर पर की गई।

गांजा के साथ पकड़ी गई दोनों महिला आरोपी मां-बेटी हैं। आरोपियों के खिलाफ थाना बादली में मामला दर्ज किया गया। उड़ीसा से तस्करी करके लाए गए गांजे की रोहतक में सप्लाई होनी थी। गिरफ्त में आए तीन आरोपी मनजीत, कुलदीप व राकेश के खिलाफ हत्या के अलग-अलग मामले दर्ज हैं।