यदि सरकार में आने का मौका मिला तो अग्निवीर व्यवस्था को खत्म किया जाएगा। सेना में जो पुरानी भर्ती प्रक्रिया थी, उसे ही शुरू किया जाएगा। यह बात उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने रविवार को कही। वह जींद के एकलव्य स्टेडियम में आयोजित हरियाणा जनसेवक पार्टी की जनसेवा संकल्प रैली में अपनी बात रख रहे थे।

उन्होंने कहा कि जब मुलायम सिंह यादव रक्षामंत्री थे तो उन्होंने देश के शहीद वीर जवानों के पार्थिव शरीर को उनके परिजनों तक पहुंचाने का फैसला लिया था। इससे पहले ऐसा नहीं होता था। यदि वह सत्ता में आए तो सबसे पहले अग्निवीर व्यवस्था को खत्म करेंगे। सेना में भर्ती की पुरानी प्रकिया शुरू होने से देश के वीर जवानों का हौसला बढ़ेगा। भाजपा ने जवानों का हौसला कम करने का काम किया है। देश जातिगण गणना चाहता है।

यदि वह सत्ता में आए तो पूरे देश में जातिगत गणना करवाई जाएगी। बहुत सी ऐसी जातियां हैं, जिनका अभी कोई नामोनिशान नहीं है। ऐसे में सभी जातियों को उनका मान-सम्मान दिलाया जाएगा। सभी जातियों को अपना अधिकार लेने का हक है। आबादी के हिसाब से पिछड़े वर्ग के लोगों को उनका पूरा मान-सम्मान नहीं मिल रहा है, सभी पिछड़ी जातियों को उनकी आबादी के हिसाब से उनका हक दिलाया जाएगा। अखिलेश यादव ने कहा कि तीन काले कानूनों को वापस करवाने में हरियाणा, पंजाब व उत्तर प्रदेश के किसानों का एकजुट होना है। किसानों ने अपनी ताकत के आगे सरकार को भी झुकने पर मजबूर कर दिया। ऐसे किसानों को वह नमन करते हैं।

लाल व हरा रंग देखकर लगा अपना ही घर
अखिलेश यादव ने कहा कि बलराज कुंडू की हरियाणा जनसेवक पार्टी का रंग भी लाल व हरा है। समाजवादी पार्टी का रंग भी हरा व लाल है। ऐसे में यह रंग देखकर अपना घर ही लगा। उनकी पार्टी भी कभी नई थी और आज बलराज कुंडू की पार्टी भी नई है। हम सब मिलकर बलराज कुंडू का साथ देंगे। जिस प्रकार रैली में भीड़ है, उसको देखते हुए लगता है कि प्रदेश की जनता अब भाजपा से छुटकारा पाना चाहती है।

अपने खिलाफ बोलने वालों के पीछे ईडी व सीबीआई लगा रही भाजपा : वाघेला
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने कहा कि अखिलेश यादव इंडिया गठबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। सभी पार्टियों को एक मंच पर लाने में इनका विशेष योगदान है। आज किसानों के लिए एमएसपी गारंटी कानून बनना बहुत जरूरी है। किसान को मदद की जरूरत है। देश में लोकतंत्र बचाने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी सुप्रीम कोर्ट पर है, लेकिन केंद्र सरकार इसमें भी दखलंदाजी कर रही है।

दूसरी सबसे बड़ी जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है, लेकिन इस पर भी प्रश्न चिह्न लग रहे हैं। ऐसे में लोकतंत्र बचाने का जिम्मा केवल जनता पर ही है। जो लोग भाजपा के खिलाफ बोलते हैं, उनके पीछे भाजपा ईडी व सीबीआई लगा देती है। दूसरे नेता मजबूरी में भाजपा में शामिल हो जाते हैं। यदि खुद अपनी ही पार्टी के लोगों के पीछे भाजपा ईडी व सीबीआई को लगा दे तो सभी लोग जेल की हवा खाएंगे।