गुरुग्राम में प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर पहुंच चुका है। शहर की हवा अब सांस लेने लायक नहीं रह गई है। लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। वातावरण में धुंध की परत छाई हुई है। बढ़ते एक्यूआई को देखते हुए मंगलवार को जिला प्रशासन ने वर्क फॉर होम के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है।

प्रदूषण के बढ़ते स्तर के चलते लॉकडाउन जैसे हालात बनते जा रहे हैं। उपायुक्त अजय कुमार की ओर से जारी इस एडवाइजरी में कॉर्पोरेट और निजी क्षेत्र की कंपनियों से कहा गया है कि 50 फीसदी कर्मचारियों को घर से ही काम करने की अनुमति दी जाए। इसके साथ ही उपायुक्त ने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की भौतिक उपस्थिति पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। 

मंगलवार को मिलेनियम सिटी की हवा गंभीर श्रेणी में रही। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार जिले का वायु गुणवत्ता सूचकांक 402 दर्ज किया गया। इसके अलावा विकास सदन का वायु गुणवत्ता सूचकांक 363, सेक्टर-51 का वायु गुणवत्ता सूचकांक 404, टेरी ग्राम का वायु गुणवत्ता सूचकांक 387 और सेक्टर-2 आईएमटी मानेसर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 345 दर्ज किया गया। इसके अलावा पूरे दिन आसमान में स्मॉग की परत छाई रही। स्मॉग के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी और आंखों में जलन हुई। 

अस्पतालों में बढ़ी सांस के मरीजों की संख्या
शहर के नागरिक अस्पताल में मंगलवार को सांस लेने में परेशानी का सामना कर रहे 120 मरीज अपना इलाज कराने पहुंचे। डॉक्टरों की ओर से घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाने, विटामिन- सी का अधिक से अधिक इस्तेमाल करने और बहुत जरुरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी जा रही है।

ग्रैप के नियमों के उल्लंघन पर तीन लाख का जुर्माना
मंगलवार को निगम की टीमों ने क्षेत्र में निगरानी करते हुए ग्रैप नियमों का उल्लंघन करने वाले 44 व्यक्तियों पर 3.3 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इनमें तंदूर में कोयला या लकड़ी जलाने के मामले में 27 चालान, प्रतिबंध के बावजूद निर्माण व तोड़फोड़ करने पर 14 चालान, कचरा डंपिंग के मामले मेें एक चालान किए गए हैं। वहीं, संयुक्त आयुक्त प्रदीप कुमार ने विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करके सफाई व्यवस्था व ग्रैप नियमों की पालना का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कचरे का नियमित उठान सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। 

रात में हो रही सड़कों की सफाई
नगर निगम ने रात में सड़कों की सफाई शुरू कराई है। 16 मशीनें रात में विभिन्न सड़कों पर कार्य कर रही हैं। अशोक कुमार गर्ग ने बताया कि सड़कों की सफाई मैकेनाइज्ड की जा रही है, ताकि धूल न उड़े। मंगलवार को भी सड़कों व पेड़ों पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के शोधित पानी का छिड़काव किया गया।

आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों की भौतिक उपस्थिति पर रोक
बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों की भौतिक उपस्थिति को अगले आदेश तक रोकने के निर्देश दिए गए हैं। डीसी ने बताया कि इस इस दौरान आंगनवाड़ी केंद्र खुले रहेंगे और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका सभी लाभार्थियों को टीकाकरण की सेवाएं प्रदान करना जारी रखेंगे।