हरियाणा में पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT) भर्ती फिर लटक गई है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान सरकार ने अपना जवाब दाखिल कर दिया है। जिसमें कहा कि वह भर्ती विज्ञापन को वापस लेंगे। इसके बाद नए सिरे से विज्ञापन निकाला जाएगा।
हाईकोर्ट में HPSC के द्वारा पीजीटी एग्जाम पैटर्न बदले जाने पर एक जनहित याचिका डाली गई थी, जिसके तहत सरकार ने अपना जवाब दाखिल किया है। हरियाणा में पीजीटी के कुल 4,476 पदों पर 45 हजार युवाओं ने आवेदन किया है।
पैटर्न बदले जाने पर डाली गई थी याचिका
पीजीटी भर्ती परीक्षा का पैटर्न बार-बार बदलने के खिलाफ भिवानी निवासी पूनम ने कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। पूनम कुमारी ने हाईकोर्ट को बताया कि अगस्त 2019 में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने पीजीटी के विभिन्न विषय के शिक्षकों के पद भरने के लिए विज्ञापन जारी किया था। नवंबर 2020 में ने पदों को भरने की जिम्मेदारी एचपीएससी को दी गई और इसके लिए फिर से विज्ञापन जारी किया गया।
ऐसे बदला गया एग्जाम पैटर्न
भर्ती को पूरा करने के लिए दिसंबर 2022 को HPSC ने एग्जाम का पैटर्न जारी किया। इसके अनुसार 150 मल्टीपल चॉइस प्रश्न पूछे जाने थे। इसके बाद 20 मार्च को एचपीएससी ने परीक्षा की नई योजना जारी कर दी। इसके अनुसार परीक्षा को दो चरणों में विभाजित कर दिया गया। इसके तहत प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा आयोजित करना तय किया गया। याची ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया के आरंभ होने के बाद इस प्रकार नियम में बदलाव करना सही नहीं है।
चार साल से लटक रही भर्ती
याचिकाकर्ताओं ने बताया कि वह इस भर्ती के लिए पिछले चार साल से तैयारी कर रहे थे। परीक्षा से ठीक पहले नई प्रक्रिया को अपनाना अवैध और मनमाना है। याचिका में कहा गया है कि आयोग ने पहले मल्टीपल चॉइस प्रश्नों के साथ लिखित परीक्षा की घोषणा की थी, लेकिन बाद में व्यक्तिपरक प्रश्नों के साथ प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा आयोजित करने की घोषणा की गई।