रेवाड़ी शहर में एक स्टूडेंट को स्कूल में बगैर ड्रेस पहुंचना भारी पड़ गया। टीचर ने उसे डंडों से बुरी तरह पीटा। उसके शरीर पर चोट के निशान देख मंगलवार सुबह परिजन स्कूल पहुंचे तो स्कूल प्रबंधक ने खुद की गलती मानने की बजाए बच्चे का ही स्कूल से नाम काट दिया। पीड़ित परिवार ने जिला बाल संरक्षण अधिकारी को शिकायत दर्ज कराई है।

रेवाड़ी शहर के मोहल्ला संघी का बास निवासी रवि कुमार ने बताया कि शहर के टीपी स्कीम स्थित एक प्राइवेट स्कूल में उसका 12 साल का बेटा रमन छठीं कक्षा में पढ़ता है। सोमवार को रमन किसी वजह से स्कूल में ड्रेस पहनकर नहीं पहुंच पाया। इस कारण स्कूल की महिला टीचर ने स्कूल ड्रेस नहीं पहनने की वजह पूछी। इससे पहले वह जवाब देता टीचर ने उसे डंडों से पीटना शुरू कर दिया।

रवि का आरोप है कि महिला टीचर ने उसे बेरहमी से मारा, जिससे उसके हाथ पर व अन्य जगह चोट के निशान हैं। स्कूल से छुट्‌टी के बाद शाम तक रमन गुमसुम रहा। रात में जब उसे दर्द हुआ तो उसने अपने परिजनों को पूरी बात बताई। मंगलवार की सुबह परिजन उसे सबसे पहले स्कूल लेकर पहुंचे। लेकिन स्कूल प्रबंधन ने उसकी बात सुनने की बजाए उल्टा उन्हें धमकाया।

कहा कि जहां मर्जी शिकायत कर लो, कुछ नहीं होने वाला। साथ ही उनके बच्चे का स्कूल से नाम भी काट दिया। उसके बाद रवि अपने बच्चे को लेकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और फिर जिला बाल संरक्षण अधिकारी दीपिका को शिकायत दर्ज कराई। बाल संरक्षण अधिकारी ने बच्चे की काउंसिलिंग शुरू कर दी है। साथ ही स्कूल प्रबंधन को भी इस मामले में तलब किया है।