सैनिक स्कूल में कक्षा छठी में दूसरी बार बेटियों को दाखिला मिलेगा। परीक्षा एनटीए ने ली थी और परिणाम 19 को आएगा। कुल 73 सीटों पर दाखिले के लिए देश के 5500 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी।
सेना में जाकर देश सेवा का सपना केवल बेटे ही नहीं देखते, बल्कि बेटियों का भी यह ख्वाब है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हरियाणा के करनाल में सैनिक स्कूल कुंजपुरा में कक्षा छठी में मात्र दस सीटों पर हुई दाखिला प्रक्रिया में देशभर से 1500 छात्राओं ने हिस्सा लिया, यानी एक सीट पर दाखिले की दौड़ में 150 छात्राएं रही।
पिछले साल से ही बेटियों के लिए दाखिले शुरू हुए थे। सत्र 2022-23 में दाखिले के लिए एनटीए की ओर से नौ जनवरी को ली गई परीक्षा के आधार पर स्कूल की ओर से केवल 30 छात्राओं को ही शार्ट लिस्ट किया गया है। कक्षा छठी में कुल 83 सीटें हैं, इनमें से 73 सीटें लड़कों के लिए ही हैं। प्रवेश परीक्षा देने वाले कुल सीटों के तीन गुना यानी 249 विद्यार्थियों को शार्ट लिस्ट किया गया है।
इनमें से उन्हीं विद्यार्थियों को मेरिट में शामिल करते हुए दाखिला दिया जाएगा, जो मेडिकल फिटनेस के मापदंड पूरा करेंगे। स्कूल प्रबंधन के अनुसार, दिल्ली समेत हरियाणा के तीन जिले करनाल, अंबाला और रोहतक में हुई परीक्षा में विद्यार्थियों का खासा उत्साह दिखाई दिया। सभी सीटों पर कुल 5500 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी, इनमें 1500 लड़कियां रहीं।
करनाल में आठ से शुरू होगी मेडिकल जांच
मेडिकल जांच के लिए स्कूल की ओर से शेड्यूल बना दिया गया है। आठ से 16 मार्च तक करनाल के नागरिक अस्पताल में मेडिकल जांच होगी। जिन विद्यार्थियों को शार्ट लिस्ट किया गया है केवल वही विद्यार्थी इस जांच प्रक्रिया में शामिल होंगे।
इसके लिए विद्यार्थियों को अपना एडमिट कार्ड, अंक तालिका, स्कूल की ओर से जारी मेडिकल जांच के लिए कॉल लेटर की मूल प्रति और दो पासपोर्ट साइज फोटो लेकर आना होगा। किस विद्यार्थी का किस दिन मेडिकल होगा, इसकी जानकारी कॉल लेटर में दी गई है।
चार तो कोई छह माह से कर रहा तैयारी
दाखिले के लिए विद्यार्थी कई माह पहले ही तैयारी शुरू कर देते हैं। स्कूल की ओर से भी प्रवेश परीक्षा से करीब तीन माह पहले शेड्यूल जारी कर दिया जाता है। करनाल की मानसी, दिव्या और पानीपत की परी ने बताया कि उनका लक्ष्य सेना में अफसर बनना है, इसलिए सैनिक स्कूल में प्रवेश परीक्षा दी, कई माह पहले ही तैयारी शुरू कर दी थी।
विदित हो कि सैनिक स्कूल कुंजपुरा 1961 में बना था। अब तक स्कूल ने कई मेजर, कमांडर व कर्नल देश को दिए हैं। इनमें जनरल दीपक कपूर, पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, सीनियर आईपीएस अफसर एसएस देसवाल और ओलंपियन कर्नल संत कुमार का नाम प्रमुख है।
एनटीए की ओर से ली गई परीक्षा के आधार पर सीटों से तीन गुना विद्यार्थियों को दाखिले के लिए शार्ट लिस्ट किया है। 16 को मेडिकल जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद 19 मार्च को परिणाम जारी किया जाएगा।