महिला कोच और राज्य मंत्री संदीप सिंह विवाद में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्पष्ट कर दिया है कि जांच रिपोर्ट न आने तक मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। उन्होंने साफ कहा कि इस विषय में मैंने पहले भी बयान दिया है और आज भी कह रहा हूं। महिला के आरोपों की जांच हो रही है। राजनीति में कोई भी किसी पर भी आरोप लगा सकता है लेकिन आरोप लगाने से कोई दोषी साबित नहीं हो जाता।

पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। मंत्री संदीप सिंह और महिला कोच दोनों ने अपने बयान पुलिस के पास दर्ज कराए हैं। जांच का यही तरीका होता है। महिला कोच ने कहा कि जब तक संदीप सिंह खेल मंत्री हैं मैं पुलिस के समक्ष बयान नहीं दूंगी, इसलिए संदीप सिंह से खेल विभाग ले लिया गया लेकिन वे अब भी मंत्री हैं। मैने उन्हें संदेश भेजा कि अपने विभाग का काम करें।

सीएम ने कहा कि इस विषय में मेरी न तो मंत्री से बात हुई और न ही महिला कोच से। जहां तक हरियाणा पुलिस की फैक्ट फाइडिंग कमेटी की बात है उनकी कोई रिपोर्ट मेरे पास नहीं आई है। मंत्री ने डीजीपी को पत्र लिखा होगा और डीजीपी ने ही कमेटी बनाई होगी। कमेटी की रिपोर्ट मेरे पास आएगी तो देखेंगे।

यह पूछने पर कि महिला कोच के पास मंत्री के भेजे गए मोबाइल संदेश हैं। इसमें महिला कोच की नियुक्ति संबंधित चैट है। यह पद एवं गोपनीयता की शपथ का उल्लंघन है। इस पर सीएम ने कहा कि जो खिलाड़ी ओएसपी आउटस्टैंडिंग स्पोर्टसपर्सन हैं, उनकी नौकरी गारंटेड होती है। मई में महिला कोच की नियुक्ति हुई थी। अगर उसे कुछ बताया भी गया है तो कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले में यह भी देखना होगा कि महिला कोच ने एक राजनीति दल के कार्यालय में जाकर यह आरोप लगाए हैं। कहीं यह मामला राजनीतिक षड़यंत्र तो नहीं? इस बात की जांच पड़ताल भी आवश्यक है।