सिरसा के चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के मल्टीपर्पज हॉल में रविवार को सीएम मनोहर लाल ने जनता का दरबार लगाया। इस दौरान सीएम एक्शन मोड में नजर आए। लोगों की समस्याएं सुनने के साथ अधिकारियों को खूब डांट फटकार लगाई। इसी दौरान एक शिकायत पर सीएम ने मौके पर रानियां के पटवारी महेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया। वन विभाग के खिलाफ शिकायत पर सीएम ने डीएफओ को लताड़ लगाई और एक महीने की छुट्टी पर भेज दिया है।
जनता दरबार में बार-बार अधिकारियों के नाम लिए जा रहे थे लेकिन कोई भी अधिकारी जवाब नहीं दे रहा था। इस पर सीएम ने कहा कि अधिकारियों के पैरों में मेहंदी लगी है क्या जो जवाब नहीं दे रहे है। इसी दौरान एक महिला सीएम दरबार में समस्या लेकर आई। उसे सुनने के बाद सीएम ने कहा कि पेंशन तो नहीं बन सकती है, लेकिन महिला की स्थिति को देखते हुए सीएम ने उसकी तीनों बेटियों के नाम 1 लाख रुपये करने का एलान किया।
आम आदमी पार्टी ने काले झंडे लेकर किया सीएम के घेराव का प्रयास
विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री मनोहर लाल जनता दरबार में लोगों की समस्याओं सुन रहे है। वहीं इसी दौरान आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता काले झंडे लेकर सीएम का घेराव करने के लिए निकले, रास्ते में ही पुलिस बल ने आप कार्यकर्ताओं को रोक लिया। इस दौरान पुलिस बल और कार्यकर्ताओं में झड़प भी हुई। आम आदमी पार्टी ने सीएम घेराव का एलान पहले से ही किया हुआ था। जिसको लेकर विश्वविद्यालय के चारों तरफ भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
कार्यकर्ता नगर परिषद से होते हुए विश्वविद्यालय की ओर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बढ़े लेकिन पुलिस बल ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। पुलिस ने मौके पर ही करीब 15 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया। जिलाध्यक्ष विरेंद्र कुमार ने कहा कि उन्हें सीएम से मिलने नहीं दिया जा रहा है। रास्ते में ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस बल ने महिलाओं को भी गिरफ्तार किया है। भ्रष्टाचारी नेताओं को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। आम लोगों पर तानाशाही की जा रही है