प्रदेशभर में बढ़ रहे कबूतरबाजी के मामलों पर गृहमंत्री अनिल विज की ओर से एसटीआई गठित करने के बाद पुलिस प्रशासन गंभीर हो गया है। मामले में अंबाला रेंज के आईजी सिबास कविराज के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। अब पीड़ितों की सहूलियत के लिए जल्द ही टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा। इसके अलावा वीडियो कॉलिंग की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि पीड़ित कहीं से भी सीधे लाइव जुड़कर आपबीती सुना सकेंगे।

पहले ही गृहमंत्री की ओर से आईजी की अगुवाई में एसआईटी का किया गया है गठन
अक्सर देखा जाता है कि कबूतरबाजी का शिकार होने के बाद पीड़ित परिवार पुलिस के चक्कर काटते रहते हैं। यही कारण है कि बड़ी संख्या में लोग शिकायत भी नहीं दर्ज करा पाते। इसके लिए पहले ही गृहमंत्री के निर्देश पर आईजी सिबास कविराज के नेतृत्व में गठित तीन सदस्यीय एसआईटी में अंबाला के एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा और कैथल के एसपी अभिषेक जोरवाल को शामिल किया गया है।

वीडियो कॉलिंग की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी
यह एसआईटी प्रदेश के युवाओं के साथ धोखाधड़ी करने वाले कबूतरबाजों के खिलाफ जांच और कार्रवाई करेगी। इसमें पासपोर्ट एक्ट के सेक्शन 10 के तहत आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। इसमें एंबेसी की भी मदद ली जाएगी, ताकि कबूतरबाजी के मामलों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके। अब पीड़ितों की सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर जारी करने की तैयारी है, जिस पर वीडियो कॉलिंग की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

गृहमंत्री अनिल विज द्वारा एसआईटी गठित की गई
कबूतरबाजी के मामलों को लेकर पुलिस पूरी तरह से गंभीर है। गृहमंत्री अनिल विज द्वारा एसआईटी गठित की गई है। जल्द ही इसमें और भी सुधार करते हुए टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा। इसमें वीडियो कॉल की सुविधा के लिए काम किया जा रहा है, ताकि पीड़ित खुलकर सामने आ सकें।