यमुनानगर के थाना बूड़िया पुलिस ने शुक्रवार देर रात सुघ के पास यूरिया बैग से भरी ट्रैक्टर-ट्राली पकड़ी। ट्राली में यूरिया के 63 बैग थे। कृषि एवं कल्याण विभाग के अधिकारियों ने यूरिया के सैंपल लिए हैं। सैंपल को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। अंदेशा जताया जा रहा है कि इस यूरिया को किसी फैक्टरी में ग्लू बनाने के लिए सप्लाई किया जाना था। कृषि विभाग के विषय विशेषज्ञ हरीश पांडेय ने थाना बूड़िया पुलिस को शिकायत देकर आरोपी ट्रैक्टर चालक के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए लिखा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। दो दिन में यूरिया पकड़े जाने का यह दूसरा मामला है।

ट्रैक्टर-ट्राली में यूरिया के 63 बैग बरामद
विषय विशेषज्ञ हरीश पांडेय ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि थाना बूड़िया पुलिस ने सुघ के पास से यूरिया खाद से भरी एक ट्रैक्टर-ट्राली को पकड़ा है। वह थाना बूड़िया में पहुंचे तो उन्हें थाना प्रभारी ने बताया कि जो ट्रैक्टर-ट्राली पकड़ी थी उसे पुलिस लाइन में खड़ा किया गया है। वह सब इंस्पेक्टर निर्मल सिंह के साथ पुलिस लाइन में गए। वहां जांच करने पर पाया कि  ट्रैक्टर-ट्राली में यूरिया के 63 बैग थे। यह यूरिया खेती में प्रयोग होने वाला था। जांच में पाया कि यूरिया चंबल फर्टिलाइजर एंड केमिकल लिमिटेड गडेपाल जिला कोटा राजस्थान निर्मित था। पुलिस ने ट्रैक्टर चालक जिले के गांव कैत मंडी निवासी सोहेब को भी गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने यूरिया के सैंपल लेकर थाने में आरोपी चालक के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकायत दी। पुलिस ने आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।

नहीं रूक रही यूरिया की तस्करीः
लगातार हो रही रेड के बाद भी कृषि में उपयोग होने वाले यूरिया की तस्करी रूकने का नाम नहीं ले रही। पिछले कुछ माह के आंकड़े उठाकर देखे जाएं तो हर सप्ताह ही रेड हो रही है। जिसमें काफी मात्रा में यूरिया पकड़ा जा रहा है। 11 मई को थाना सदर यमुनानगर पुलिस ने यूरिया से भरी महिंद्रा पिकअप को पकड़ा था। पिकअप में यूरिया के 43 बैग थे। दरअसल खेती में प्रयोग होने वाले नीम कोटेड यूरिया पर सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाती है। अन्य किसी कार्य के लिए इस यूरिया का प्रयोग नहीं किया जा सकता। जबकि प्लाईवुड फैक्टरियों में ग्लू बनाने के लिए टेक्निकल ग्रेड यूरिया होता है। नीम कोटेड यूरिया व टेक्निकल ग्रेड यूरिया के रेट में करीब 2700 रुपये का अंतर है। इसलिए रुपये बचाने के लिए नीम कोटेड यूरिया की तस्करी की जाती है।