कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारी राहुल भट की हत्या के विरोध में बुधवार को भी श्रीनगर की प्रेस एन्क्लेव में पीएम पैकेज के कर्मचारियों ने प्रदर्शन हुआ। यहां धरने पर बैठे कश्मीरी पंडित कर्मचारियों ने कहा कि पीएम पैकेज के बांड को रद्द किया जाना चाहिए और उन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए।

प्रदर्शनकारियों ने उपराज्यपाल और भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि कुछ महीनों से बेगुनाहों की लक्षित हत्याएं हो रही हैं। अगर सरकार दावा करती है कि हालात ठीक हैं तो घाटी में लक्षित हत्याओं का ग्राफ क्यों बढ़ रहा है। जब तक यहां हालात पूरी तरह नहीं सुधरते तब तक कर्मचारियों से नियुक्ति के समय कठोर असांविधानिक बांड लिखाया था कि आपके साथ कुछ भी होता है तो कश्मीर नहीं छोड़ेंगे, उसे रद्द किया जाना चाहिए।

Kashmirr Pandit Protest in Srinagar

जरगरकश्मीरी पंडित कर्मचारियों ने कहा कि जहां कहीं भी अल्पसंख्यक कर्मचारी असुरक्षित महसूस करता है तो उसे अपनी मर्जी की पोस्टिंग दी जाए और जितने भी यहां पर ट्रांजिट कैंप हैं, जिन्हें डिटेंशन सेंटर बनाया गया है, उन्हें जल्द खोला जाए, ताकि वे लोग एक सामान्य जिंदगी जी सकें। हमारे साथ बंधुआ मजदूर जैसा व्यवहार किया जाता है।

एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा, सरकार ने कहा था कि रिहायश देंगे, लेकिन आज हालात यह है कि ट्रांजिट कैंपों में एक-एक कमरे में तीन-तीन लोग रह रहे हैं। हम आज भी किराये के घरों में 10-10 हजार दें रहे हैं जबकि हमें एचआरए केवल 2400 मिलता है। अविनाश ने कहा कि हमारा सबसे बड़ा मुद्दा है कि जब तक यहां हालात ठीक नहीं होते तब तक हमें यहां से जम्मू स्थानांतरित किया जाए।