सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में नई स्टार्टअप पॉलिसी बनाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने इसके तहत 100 करोड़ रुपये का एक वेंचर कैपिटल फंड बनाने की बात भी कही, जिससे नए इनोवेटिव आइडिया पर काम किया जा सके।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य तय किया है। इसमें हर राज्य को हर क्षेत्र में अपना योगदान देना होगा और उस दिशा में स्टार्टअप्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। हम नई स्टार्टअप पॉलिसी बना रहे हैं। मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि मध्यप्रदेश में लगभग 1800 स्टार्टअप स्थापित हो चुके हैं और इनमें 40 प्रतिशत बेटियों-बहनों ने स्थापित किए हैं।
सीएम ने कहा कि नए स्टार्टअप के लिए हम 100 करोड़ रुपए का एक वेंचर कैपिटल फंड स्थापित कर रहे हैं। जिन बच्चों के पास इनोवेटिव आइडिया है उस फंड से उनको मदद करेंगे। जल्द ही ग्लोबल स्टार्टअप इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन करेंगे। इंदौर के बच्चों के स्टार्टअप देखकर मुझे आश्चर्य हुआ। इनमें से एक तो 8 हजार करोड़ रुपए की कंपनी हो गई। जब इंदौर के बच्चे कर सकते हैं तो प्रदेश के बाक़ी क्षेत्रों के बच्चे भी कर सकते हैं और करना ही है। उसके लिए हर साधन और सुविधाएं जुटाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
शिवराज ने कहा कि नई स्टार्टअप पॉलिसी हम बनाएं, उसमें आपके सुझाव भी आमंत्रित हैं। हमें स्टार्टअप इको सिस्टम बनाना है और इसे बनाने में चार आई (I) आइडिया, इनोवेट, इन्वेस्ट और इनक्यूबेट आवश्यक हैं। नई स्टार्टअप पॉलिसी में सम्मिलित करने के लिए मेरे दिमाग में एक विचार है कि हम लगभग 100 करोड़ रुपये का एक वेंचर कैपिटल फंड स्थापित करें और जिनके पास इनोवेटिव आइडिया हो, उन्हें उस फंड से सहायता प्रदान करें। हम राज्य शासन की ओर से भी कुछ फंड देने का प्रयास करेंगे।
सीएम ने कहा कि पीएम के नेतृत्व में नई स्टार्टअप क्रांति ने जन्म लिया है। भारत में 80 से अधिक यूनिकॉर्न ($1 मिलियन से अधिक मार्केट वैल्यू वाले स्टार्टअप्स) बन चुके हैं। मेरा सपना है कि इस वर्ष प्रदेश में स्थापित स्टार्टअप्स में से कम से कम दो को यूनिकॉर्न का दर्जा मिले।