प्रदेशभर में फैली अरबों रुपए की संपत्ति अलग-अलग विवादों में घिरी हुई है। नतीजा मप्र वक्फ बोर्ड के हिस्से वह राशि नहीं आ पा रही, जो इन जायदाद से आना चाहिए। मुनासिब रकम बोर्ड तक न पहुंच पाने से मुस्लिम एक जरूरतमंद, कमजोर तबके के और गरीब लोगों तक मदद के हाथ नहीं बढ़ाए जा पा रहे हैं। इस स्थिति से छुटकारा पाने के लिए बोर्ड ने अब बीच का रास्ता निकालने की पहल की है। अदालत की लंबी चलने वाली प्रक्रिया से अलग एक सर्व सम्मत फैसले से ऐसी विवादित संपत्तियों से माकूल आमदनी निकालने पर काम किया जा रहा है।
मप्र वक्फ बोर्ड ने इसी मंशा और धारणा के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के गृह नगर उज्जैन की एक विवादित वक्फ कमेटी को भी इसी कड़ी में जोड़ा है। सूत्रों का कहना है कि वक्फ मदार गेट कमेटी को लेकर लंबे समय से विवाद जारी है। निवृत्तमान और नवागत कमेटी के बीच पसरे विवाद का असर यह है कि इस बड़ी संपत्ति से होने वाली आय पर रोक के हालात बने हुए हैं। नई और पुरानी कमेटी के बीच खिंचे विवाद का असर यह है कि करीब 115 दुकानों के बड़े कॉम्प्लेक्स से न तो कमेटी को कोई आमदनी हो पा रही है। न ही इससे मिलने वाली चंदा निगरानी की तयशूदा राशि ही बोर्ड को पहुंच पा रही है।
निकला एक रास्ता
सूत्रों का कहना है कि पूर्व कमेटी को लेकर बोर्ड ने कई नोटिस और कानूनी कार्रवाई प्रचलित कर रखी हैं। जबकि कमेटी ओहदेदारों ने भी इसी तरह की गतिविधियों को आगे बढ़ा रखा है। सूत्रों का कहना है कि इन सभी विवादों का पटाक्षेप करने की दिशा में सकारात्मक पहल की है। बताया जा रहा है जहां बोर्ड की तरफ से कार्यवाहियों को शिथिल किया गया है। वहीं मदार गेट कमेटी पदाधिकारियों ने भी सहयोगात्मक रवैया अपनाया है।
नई कमेटी के साथ दुकानदारों के पास पहुंचे पूर्व अध्यक्ष
सूत्रों का कहना है कि वक्फ मदार गेट कमेटी के निवृत्तमान अध्यक्ष रियाज खान ने पिछले दिनों वक्फ कॉम्प्लेक्स पहुंचकर दुकानदारों से मुलाकात की। इस दौरान नवागत अध्यक्ष फैजान खान और अन्य कमेटी मेंबर भी साथ थे। इस सामूहिक भ्रमण का असर यह हुआ कि लंबे समय से किराया अदा करने में आनाकानी कर रहे किरायदारों को एक लक्ष्य तय हो गया है। नई कमेटी को किराया अदा करने की ताकीद के साथ पूर्व अध्यक्ष ने नवागत कमेटी को सहयोग करने की अपील भी सभी दुकानदारों से की है। इस मुलाकात के दौरान पूर्व अध्यक्ष रियाज खान ने अपने कार्यकाल के हिसाब, जरूरी दस्तावेज और दुकानदारों से हुए किराया एग्रीमेंट आदि भी नवागत अध्यक्ष फैजान खान को सौंप दिए हैं।
शिक्षा पर खर्च करने की नीयत
मप्र वक्फ बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सनव्वर पटेल ने शिक्षा विस्तार को लेकर एक अहम फैसला किया है। इसके तहत प्रदेश की सभी वक्फ कमेटियों से होने वाली आमदनी का आधा हिस्सा शिक्षा पर खर्च करने के आदेश जारी किए गए हैं। प्रदेश के अधिकांश कमेटी पदाधिकारियों ने इस निर्णय का स्वागत भी किया है और शिक्षा के इस अभियान में बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सनव्वर पटेल का साथ देने की सहमति भी दी है। लेकिन इस बीच ऐसे वक्फ और प्रॉपर्टी इस नेक अभियान की बाधा बन गए हैं, जिनसे विवादों के चलते मुनासिब राशि नहीं मिल पा रही है। उम्मीद की जा रही है कि बोर्ड द्वारा निकाले गए नए रास्ते से विवादों पर खर्च होने वाली राशि भी बचेगी और वक्फ बोर्ड के शिक्षा मिशन में भी सहयोग मिलेगा।