इंदौर नगर निगम का सालाना बजट ( 7500 करोड़ रुपए) गुरुवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में पेश किया। इंदौर के लोगों पर इस बार कोई नया कर नहीं लगाया गया है। शहर के 150 चौराहों को फ्री वाईफाई जोन बनाया जाएगा। डिजिटल सिटी बनाने के लिए 60 करोड़ खर्च होंगे। इंदौर पश्चिम में एक मॉडल थिएटर बनेगा। इसके लिए नगर निगम खुद का डेटा सेंटर भी बनाएगा। नर्मदा के चौथे फेज का पानी इंदौर में लाएंगे। निगम कर्मचारियों का स्थायी किया जाएगा। अटल सिटी बस की सेवाओं का विस्तार करते हुए अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज सहित अन्य शहरों तक यात्री बस शुरू की जाएगी।

अपने भाषण में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौर को सेवन आई वाला शहर बताया। इंदौर यानी आइडिया, इनोवेशन, इन्वॉल्वमेंट, आईटी, इनिशिएटिव, इंस्पिरेशन, इंडिपेंडेंट। इंदौर में सीएम ने तीन एकड़ जमीन सुमित्रा महाजन की अध्यक्षता वाले ट्रस्ट को दी है। जहां मां अहिल्या का स्मारक बनाया जाएगा। राजबाड़ा क्षेत्र को नए देवी अहिल्या लोक के रूप में बनाने का काम परिषद करेगी। अहिल्या लोक के निर्माण का प्रावधान किया गया है। लेजर लाइट और साउंड सिस्टम पर काम किया जाएगा। महापौर ने दावा किया कि ये बजट मप्र या किसी भी अर्बन लोकल बॉडी का पहला पेपरलेस डिजिटल बजट है। सबसे पहले महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सभापति मुन्नालाल यादव और कांग्रेस समर्थित नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे को बजट की डिजिटल प्रति सौंपी। महापौर ने इंदौर को सोलर सिटी बनाने का संकल्प लिया। बजट को देखने के लिए दो पार्षदों के बीच एक लैपटॉप रखा गया। एमआईसी द्वारा मंजूर किए गए 29 अन्य प्रस्तावों पर भी विचार किया गया।

ये बजट भारत के सबसे स्वच्छ शहर का बजट है, जो प्रधानमंत्री मोदी के विजन और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के मिशन का बजट है। ये बजट इंदौर के विकास की तेज रफ्तार का बजट है। ये इंदौर की सोलर सिटी का, डिजिटल सिटी का बजट है। जनता के विकास के लिए जो सुविधाएं इस बजट में हैं, वो आने वाला इंदौर 2050 की गाथा को लिखेगा। 2050 तक पानी की सुविधा, ट्रैफिक के मैनेजमेंट की सुविधा है। इसमें जो प्रमुख नवाचार हैं, वो मां नर्मदा का चौथा चरण इंदौर में लाने का है। इंदौर की 400 कॉलोनियों के बिजली का बिल जो स्ट्रीट लाइट में लगता है, उसका वित्तीय भार नगर निगम लेगा। युवाओं के लिए शहर के सभी जोन में पब्लिक लाइब्रेरी और कॅरियर काउंसलिंग सेंटर स्थापित किए जाएंगे।

महापौर ने कहा- विधर्मियों को ठीक रखने के लिए मोदीजी का जन्म हुआ
इंदौर महापौर भार्गव ने कहा कि भारत में जब-जब धर्म की हानि हुई है, तब धर्म की स्थापना के लिए भगवान ने जन्म लिया है। यह जो अमृतकाल है, उसे अमृतकाल बनाने के लिए और विधर्मियों को ठीक रखने के लिए इस देश में मां हीराबेन ने नरेंद्र मोदी का जन्म दिया था। हम प्रधानमंत्री मोदी के विजन को मिशन मानकर आगे बढ़ रहे हैं और बजट पेश कर रहा हूं।

नेता प्रतिपक्ष बोले- सारी घोषणाएं सिर्फ हवा-हवाई

नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने कहा- ये बजट कहीं ना कहीं वास्तविकता से बहुत परे है। सारी घोषणाएं सिर्फ हवा-हवाई हैं। कहां है जीरों टॉलरेंस। आपके नेताओं ने पूरे शहर को बदरंग कर रखा है। इतने बड़े बजट की बात कर रहे हैं, 1200-1300 करोड़ रुपए टोटल आपकी आय है। केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार से, जनता से मिलने वाले टैक्स की रकम से यह पैसा आता है। उतना ही खर्च है नगर निगम के कर्मचिरयों की सैलरी और बाकी मदों का। तो यह 7500 करोड़ का बजट है, इसे कैसे इम्प्लीमेंट करेंगे। कैसे काम होगा। पिछले समय में जो टेंडर हो चुके हैं, उनको शुरू करने की कोई रूपरेखा नहीं बनी है, ठेकेदारों को पैसे मिल नहीं रहे हैं। नगर निगम कंगाल स्थिति में है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में धन का अपव्यय हो रहा है। पार्षद जब अपने वार्ड में काम कराने के लिए राशि मांगता है तो उससे मोलभाव किया जाता है। कल हम पूरे बजट पर विस्तृत चर्चा भी करेंगे। हम इस बजट का पुरजोर तरीके से विरोध करते हैं।