मध्यप्रदेश के आतंक रोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा गिरफ्तार किए गए जमात ए मुजाहिदीन (जेएमबी) संगठन के चारों आतंकियों के मंसूबे बेहद खतरनाक थे। लंबी पूछताछ और मददगारों के गिरफ्तार होने के बाद चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि आतंकी अपने मददगारों के साथ शहर की रेकी करते थे। उन्होंने बाइक से मंत्रालय, विधानसभा, भारत भवन जैसी अहम इमारतों की रेकी की थी।

बता दें कि 13 मार्च को ऐशबाग इलाके से चार बांग्लादेशी आतंकियों को एटीएस ने गिरफ्तार किया था। इनमें फजहर अली, मोहम्मद अकील, जुहूरउदद्ीन और फजहर जैनुल शामिल थे। इन आतंकियों को 14 मार्च को कोर्ट में पेश कर 14 दिन की रिमांड मांगी गई थी। 28 मार्च तक आरोपित रिमांड पर हैं। इनसे मिले सुराग के आधार पर मददगार शाहबान को करोंद इलाके से एटीएस ने गिरफ्तार किया था।

पूछताछ में सुराग मिला कि आरोपित शाहबान की मदद से आतंकी लोगों के साथ बैठक करते थे। उनके बीच जेहादी साहित्य भी बांटा करते थे। बुधवार को विदिशा के नटेरन से उस्मान को भी एटीएस ने आतंकियों के मददगारों के रूप में गिरफ्तार किया है। उससे अभी पूछताछ चल रही है।

दोनों मददगार मूल रूप से विदिशा के रहने वाले हैं। इनके घर पर भी आतंकियों का आना जाना था। इन मददगारों ने ही आतंकियों को मंत्रालय, विधानसभा, भारत भवन, बोट क्लब और रानी कमलापति महल के आसपास का इलाका दिखाया था। वह घूमना अधिक पसंद करते थे। उन्होंने चंद माह में ही शहर के अधिकांश स्थानों की जानकारी जुटा ली थी।