पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के समर्थन में कई देश आए, लेकिन तुर्की ने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया। हमलों में चीन और तुर्की के हथियारों का भी इस्तेमाल हुआ, जिसके चलते अब देशभर में तुर्की के साथ व्यापार के बहिष्कार की मुहिम तेज हो गई है।
इंदौर में तुर्की के सेब का विरोध
इंदौर के थोक फल बाजार में तुर्की के सेब की बिक्री पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। व्यापारी अब वाशिंगटन और न्यूजीलैंड जैसे देशों के सेब बेचने पर जोर दे रहे हैं। इंदौर थोक फ्रूट मार्केट व्यापारी एसोसिएशन के सचिव नरेश फुंदवानी का कहना है कि कश्मीर और हिमाचल के सेब जल्द बाजार में आ जाएंगे, जो तुर्की के सेब से सस्ते और बेहतर हैं।
अन्य देशों के सेब का विकल्प
नंदलाल पुरा फ्रूट मार्केट के अध्यक्ष मुकेश पचौरी ने बताया कि मुंबई से आने वाले विदेशी फलों में अब तुर्की के सेब शामिल नहीं हैं। व्यापारियों को निर्देश दिया गया है कि वे तुर्की के बजाय अन्य देशों के सेब भेजें। फल व्यापारी अंकित का कहना है कि तुर्की के सेब की कमी से थोड़ी शॉर्टेज दिख रही है, लेकिन कीमतों पर कोई असर नहीं है। वाशिंगटन के सेब अधिक रसीले और मीठे होने के कारण उनकी मांग बढ़ गई है।