ज्योतिरादित्य सिंधिया के कर्म क्षेत्र गुना में आईजी के घटनास्थल पर नहीं पहुंचने पर हटाए जाने के बाद अब एसपी को आरोपियों के अदालत में सरेंडर पर पीएचक्यू बुला लिया गया। एसपी राजीव मिश्रा का शिकार कांड के बाद आज तबादला हो गया। हालांकि अभी नए एसपी की पदस्थापना नहीं की गई है।
गुना जिले में शिकारियों की गोलियों से मारे गए तीन पुलिसकर्मियों की शहादत को लेकर अब राज्य शासन एक्शन में आया है। तीन पुलिसकर्मियों की मौत के बाद पुलिस ने एनकाउंटर में तीन शिकारियों को मार गिराया है। आज ही दो आरोपियों ने अदालत में सरेंडर किया है। सरेंडर के घटनाक्रम के कुछ घंटे गुना एसपी मिश्रा पर गाज गिरी है। उनके तबादले को शिकारियों के सरेंडर से जोड़कर देखा जा रहा है क्योंकि पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी।
आईजी पर भी इसी तरह गिरी थी गाज
गौरतलब है कि शिकार कांड में तीन पुलिस कर्मियों के शहीद होने की खबर सुनने के बाद भी आईजी ग्वालियर अनिल शर्मा को भी इसी तरह हटाया गया था। सीएम ने सुबह बैठक के दौरान आईजी ग्वालियर के घटनास्थल पर जाने की खबर ली थी और उस समय तक आईजी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे थे। इस जानकारी के तुरंत बाद सीएम चौहान ने आईजी अनिल शर्मा को हटाकर एडीजी डी श्रीनिवास वर्मा की पदस्थापना कर दी थी। आईजी अनिल शर्मा को जनवरी में जब पदस्थ किया गया था तब भी डी श्रीनिवास वर्मा के ग्वालियर रेंज की पदस्थापना के आदेश हो गए थे। मगर उन्हें कार्यभार लेने के पहले ही ज्वाइन नहीं करने का संदेश पहुंच गया था। शिकार कांड में शर्मा को हटाने का सरकार को मौका मिल गया और डी श्रीनिवास वर्मा को पदस्थ करने का कारण उपलब्ध हो गया।