रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे गतिरोध के बीच यूक्रेन से इंदौर लौटे मेडिकल के छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर मप्र के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन दिलाने की मांग की। छात्रों ने कहा कि यूक्रेन नहीं जाना चाहते। वहां के हालात ठीक नहीं है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इंदौर आगमन के समय यूक्रेन से लौटे मेडिकल के विद्यार्थियों ने उनसे मुलाकात की। उनको पत्र सौंपकर आग्रह किया कि मप्र के मेडिकल कॉलेजों में उनको प्रवेश दिलाया जाए ताकि वे अपना कोर्स पूरा कर सकें। वर्तमान में रूस और यूक्रेन के बीच जो हालात चल रहे हैं उस स्थित में वापस वहां जाकर पढ़ाई जारी रखना संभव नहीं है। विद्यार्थियों ने अनुरोध किया कि नेशनल मेडिकल काउंसिल से विधिवत अनुमति दिलवाकर उनका मप्र के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन करवाया जाए।
छात्रों ने सीएम से कहा कि यूक्रेन में कुछ विश्वविद्यालय ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन वहां कई शहरों में बमबारी के कारण ऐसा कर पाना मुश्किल है। यूक्रेन में जिन विषयों की पढ़ाई करते हैं, वहां और यहां की किताबें व कोर्स एक जैसे हैं। इसलिए यहां के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन मिलने पर कोर्स पूरा हो जाएगा। बता दें कि पिछले दिनों रूस-यूक्रेन के बीच हुए गतिरोध के बाद से ही मप्र के कई विद्यार्थी वहां से अपने घर लौटे हैं। इंदौर के दर्जनभर से अधिक विद्यार्थी हैं तो अन्य जिलों के विद्यार्थी भी पढ़ाई बीच में छोड़कर लौटे हैं।
ऐसे में इन छात्रों को अब अपनी पढ़ाई की चिंता सता रही है क्योंकि मौजूदा हालात में यूक्रेन जा नहीं सकते और परिजन भी वहां भेजने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में छात्रों की मांग है कि उनका मप्र में ही एडमिशन करवाया जाए। विद्यार्थियों का कहना है कि नेशनल मेडिकल काउंसिल से अनुमति मिल जाती है तो उनकी पढ़ाई पूरी करने का रास्ता खुल जाएगा। मुख्यमंत्री ने भी छात्रों की समस्या सुनकर उचित निराकरण का आश्वासन दिया है।