कोरोना संक्रमण के कारण दो साल बाद शहर में नवरात्र पूर्ण श्रद्धाभाव व उत्साह के साथ मनाई जा रही हैं। नगर के प्रमुख देवी मंदिरों में इस साल श्रद्धालुओं के भारी संख्या में दर्शनों के लिए पहुंचने की संभावना है। सातऊ की शीतला माता, मांढरे की माता, नहर वाली माता,वैष्णो देवी व महलगांव में काली करौली माता मंदिर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। इस साल श्रद्धालुओं की सुरक्ष के लिए 24 घंटे पुलिस बल देवी मंदिरों पर तैनात रहेगा।

महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महिल बल की तैनाती की गई थी। शहर के प्रमुख मार्गों पर चेकिंग प्वाइंट लगाए गए हैं।सातऊ की शीतला माता मंदिर पर 100 के लगभग जवानों की तैनाती की गई है। विक्की फैक्ट्री व केआरएच तिराहे से लेकर सातऊ तक पेट्रोलिंग पार्टियां भी गठित की गई। बाइक व फोरव्हीलर से जवान पेट्रोलिंग करेंगें। नवरात्र पर देवी मंदिरों के सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बल की मांग की गई है।

रात में दर्शन करने के लिए पैदल जाते हैं देवी भक्त- चैत्र की नवरात्र पर शहर व आसपास के ग्रामीण महिलाओं व बच्चों के साथ सातऊ की शीतला मंदिर पर पैदल दर्शन करने के लिए टोलियों में जाते हैं। प्रतिदिन पांच हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन करने के लिए शीतला पहुंचते हैं। सोमवार व शुक्रवार को श्रद्धालुओं की संख्या 25 से 35 हजार तक पहुंच जाती है।

हाइवे पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए रास्ते में पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके अलावा दोपहिया वाहन से जवान व फोरव्हीलर वाहन से पुलिस अधिकारी पेट्रोलिंग करेंगें। हाइवे पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए ट्रैफिक पुलिस भी मौजूद रहेगी। ताकि देवी भक्तों को कोई परेशानी न हो। मार्ग में भक्तों द्वारा प्रसाद व शीतल जल के वितरण की व्यवस्था भी की जाती है।

मांढरे की माता पर 50 से अधिक जवान तैनात -इसी तरह से नौ दिन तक मांढरे की माता व नहर वाली माता पर मेला लगता है। दोनों देवी मंदिरों पर एसएएफ के जवानों की तैनाती की गई है। इसके अलावा नौ दिन तक सक्रिल के सीएसपी व थाना प्रभारियों की तैनाती की गई है। झांसी रोड स्थित वैष्णो देवी मंदिर व महलगांव स्थित करौली माता मंदिर पर भी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि अपने-अपने क्षेत्र के देवी मंदिरों पर सुरक्षा के इंतजाम करें।