मध्य प्रदेश के छतरपुर में पुलिस पर हमले का मामला सामने आया है। टीआई समेत तीन पुलिसकर्मी इसमें घायल हुए हैं। ये हमला उस भीड़ ने किया जो थाने पर ज्ञापन देने के बहाने जुटी थी। पुलिस अब कार्रवाई के लिए चेहरे तलाश कर रही है। 

बता दें कि छतरपुर की अंजुमन इस्लामिया कमेटी के सदर के नेतृत्व में तमाम मुस्लिम समुदाय के लोग सिटी कोतवाली थाना पहुंचे थे, और वहां महाराष्ट्र के अहमदनगर में रामगिरी महाराज द्वारा पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में ज्ञापन सौंपना था। मुस्लिम समुदाय कार्यवाही एवं तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहुंचा था।

मुस्लिम समाज द्वारा अपने आवेदन में लिखा गया था कि अहमदनगर में 15 अगस्त को राम गिरि महाराज के द्वारा पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की शान में आपत्तिजनक टिप्पणी की गई एवं उनकी पत्नी के विरुद्ध आपत्तिजनक एवं अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर हमारी धार्मिक भावनाओं को आहत किया गया है।

शांति भंग की दी चेतावनी
बताया कि रामगिरी महाराज का भाषण फेसबुक पर छतरपुर के मोहम्मद इरफान एवं मोहम्मद अरशद ने देखा व सुना है, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। आवेदन में रामगिरि महाराज के विरुद्ध बीएनएस की धारा 196 197(1 ) 299 ,353 (2)  एवं 152 के तहत घोर अपराध बताते हुए तत्काल गिरफ्तारी किए जाने की बात कही गई। साथ ही यह चेतावनी भी लिखी गई थी कि ऐसा न किए जाने पर महाराष्ट्र सहित मध्य प्रदेश में भी शांति भंग की आशंका है। 

MP News: crowd that came to submit memorandum got angry, three policemen injured in stone pelting

अचानक भीड़ हुई हिंसक
बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने कोतवाली थाने पहुंचकर घेराव किया और फिर अचानक भीड़ हिंसक हो गई। भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने कोतवाली थाने और पुलिसकर्मियों के ऊपर जमकर पथराव किया। इस घटना में कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद कुजूर सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। वहीं थाने के वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।

घटना की सूचना मिलने के बाद कलेक्टर और एसपी छतरपुर पहले अस्पताल पहुंचे और घायल पुलिसकर्मियों का हाल जाना। फिलहाल छतरपुर में पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात है। छतरपुर डीआईजी ललित शाक्यवार का कहना है कि पथराव और उपद्रव करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है और उन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। शहर में कानून व्यवस्था बिल्कुल ठीक है और बाजार भी खुला हुआ है।