उज्जैन विकास प्राधिकरण में कर्मचारी कोटे की आड़ में हुई भूखंड आवंटन गड़बड़ी को लेकर लोकायुक्त पुलिस ने तत्कालीन प्राधिकरण सीईओ सोजान सिंह रावत उनके ससुर महावीर सिंह समेत प्राधिकरण के नौ अधिकारी एवं कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज की है।

बता दें कि रावत ने एक करोड़ रुपये बाजार मूल्य का प्लॉट यूडीए के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी मनीष यादव को महज 25 लाख में आवंटित कर ताबड़तोड़ रजिस्ट्री करवा दी थी। प्लॉट के एवज में प्राधिकरण में रावत के ससुर महावीर सिंह यादव निवासी गुना ने अपने बैंक एकाउंट से राशि जमा की थी। पूरे मामले में शिकायतकर्ता डॉ. राहुल कटारिया द्वारा कि गई मय प्रमाण शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने रावत उनके ससुर समेत जिम्मेदार अधिकारियों-कर्मचारियों को आरोपी बनाया है।

रावत पर पद के दुरुपयोग एवं बेनामी संपत्ति खरीदवाने सहित अन्य धाराओं में प्रकरण कायम किया है। हाल ही में रावत का नाम प्रदेश सरकार द्वारा तैयार आईएएस कि सूची में आया है, लेकिन कंफर्मेशन नहीं हो सका है। प्रकरण दर्ज होने के बाद अब उनकी मुश्किलें और बढ़ जाएगी।