मध्यप्रदेश में एक्टिव 3 सिस्टम पिछले एक सप्ताह से बारिश, चक्रवाती हवा और ओलावृष्टि करा रहे हैं। ये सिस्टम इतने स्ट्रॉन्ग हैं कि 70Km प्रतिघंटे की स्पीड से हवा चल रही है। मंगलवार की दोपहर को जबलपुर, छिंदवाड़ा और मुरैना में बारिश हुई। मौसम विभाग ने ग्वालियर-चंबल संभाग में ओले गिरने की संभावना जताई है। 5 मई तक मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार ग्वालियर-चंबल संभाग के साथ राजगढ़, खंडवा, खरगोन, नर्मदापुरम, निवाड़ी, बड़वानी, छिंदवाड़ा, नीमच, सागर, टीकमगढ़, दमोह, छतरपुर और मंदसौर में ओलावृष्टि होने की संभावना है। वहीं, भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, चंबल, उज्जैन, ग्वालियर, सागर, रीवा, जबलपुर और शहडोल संभाग में कहीं तेज तो कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। यहां 40 से 50Km प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है।
वर्तमान में तीन सिस्टम एक्टिव
मौसम वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि प्रदेश में दो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है, जबकि नॉर्थ वेस्ट राजस्थान के ऊपरी हवाओं का घेरा है। इसका असर मध्यप्रदेश में देखने को मिल रहा है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की एक्टिविटी काफी स्ट्रॉन्ग है। इस कारण प्रदेश में बारिश, चक्रवाती हवा चलने के साथ ओलावृष्टि हो रही है।
इससे पहले, सोमवार को भी प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहा। सतना में 32 मिमी यानी सवा इंच पानी बरस गया। भोपाल सिटी में जहां रिमझिम बारिश हुई। वहीं करोंद, बैरसिया में तेज बारिश हुई। यहां आधा इंच (13.5 मिमी) से ज्यादा बारिश हो गई। सीधी में 13 मिमी, रीवा में 10 मिमी, खजुराहो में 5 मिमी, नौगांव में 3 मिमी, पचमढ़ी में 2 मिमी, सागर में 2 मिमी, जबलपुर में 1.3 मिमी, दमोह में 1 मिमी, इंदौर में 1 मिमी बारिश दर्ज की गई। उज्जैन में भी हल्की बूंदाबांदी हुई। इधर, प्रदेश के कई इलाकों में दोपहर तक धूप निकली रही। इस कारण दिन के तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
भोपाल में तापमान 30 डिग्री, इंदौर में 30.7 डिग्री, ग्वालियर में 32.7 डिग्री और जबलपुर में पारा 29.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सबसे कम तापमान बैतूल में 26.7 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, सबसे ज्यादा पारा टीकमगढ़ में 38 डिग्री रहा।