वृद्धावस्था में एकाकी जीवन जी रहे 81 वर्ष के वृद्ध ने शुक्रवार को 37 वर्षीय विधवा महिला से एडीएम कोर्ट में शादी कर ली। वृद्ध एक सरकारी विभाग से 1999 में सेवानिवृत्त हुए थे। पत्नी की मौत के बाद से वह अकेले रह रहे थे।
उज्जैन के वृद्धावस्था में एकाकी जीवन जी रहे 81 वर्ष के वृद्ध ने शुक्रवार को 37 वर्षीय विधवा महिला से एडीएम कोर्ट में शादी कर ली। वृद्ध एक सरकारी विभाग से 1999 में सेवानिवृत्त हुए थे। पत्नी की मौत के बाद से वह अकेले रह रहे थे। महिला भी अपने पति की मौत के बाद छह साल की बालिका के साथ अकेली रह रही थी। मेल मुलाकात के बाद दोनों ने शादी करने का निर्णय लिया था।
उदयन मार्ग निवासी 81 वर्षीय वृद्ध शासकीय अधिकारी थे तथा वर्ष 1999 में सेवानिवृत्त हुए थे। बच्चे नहीं होने पर उन्होंने एक बालिका को गोद लिया था। वह सालों पूर्व उसकी शादी कर चुके हैं। उनकी पत्नी का कुछ समय पूर्व निधन हो चुका था। पत्नी की मौत के बाद उनकी 37 वर्षीय महिला से मुलाकात हुई। दोनों ने विवाह करने का निर्णय लिया था। महिला गृहणी है तथा उसके पति के निधन के बाद से वह अपनी छह साल की बालिका के साथ अकेले जीवन जी रही थी। शुक्रवार को कोठी स्थित एडीएम कार्यालय में वृद्ध तथा महिला ने एडीएम संतोष टैगोर के समक्ष कोर्ट मैरिज कर ली।
कोर्ट परिसर में लगी भीड़
81 वर्ष के वृद्ध तथा महिला द्वारा कोर्ट मैरिज किए जाने की जानकारी लगते ही एडीएम कार्यालय पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस पर वृद्ध तथा महिला नाराज हो गए। मामले में एडीएम टैगोर ने बताया कि दोनों ने विवाह के लिए विधिवत आवेदन दिया था। दोनों ने स्वजन के साथ उपस्थित होकर शादी की है।
फोटो, वीडियो बनाते देख हुए नाराज
कोर्ट परिसर में लोगों को वीडियो व फोटो बनाते देखकर दोनों नाराज हो गए। उनका कहना था कि वह लोगों के मनोरंजन के लिए नहीं आए हैं।