परिवहन विभाग द्वारा ऑटो चालकों पर की जा रही कार्रवाई के मामले में सोमवार को विरोध के स्वर उठे। कांग्रेस नेता नूरी खान ऑटो चालकों के साथ आरटीओ पहुंची और घेराव किया। खान ने ऑटो चालकों की मांगों को आरटीओ के समक्ष रखा जिस पर सहमति बनी। इस दौरान शुरुआत में गहमागहमी भी हुई। पुलिस बल बुलाना पड़ा।
दरअसल आरटीओ द्वारा बिना परमिट के चल रहे ऑटो चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इससे ऑटो चालक नाराज हैं। वे कार्रवाई को गलत बता रहे हैं जबकि आरटीओ का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर प्रदेश के सभी शहरों में इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। सोमवार को बात थोड़ी बढ़ गई। ऑटो चालकों ने कांग्रेस नेत्री नूरी खान को वस्तुस्थिति बताई। जिसके बाद नूरी खान के साथ करीब सौ ऑटो चालक आरटीओ पहुंचे। यहां जमकर नारेबाजी हुई। भीड़ और हंगामे की आशंका देख माधव नगर थाने से पुलिस बल भी पहुंचा। शुरुआत में नूरी खान ने आक्रामक तेवर अपनाए और आरटीओ से कहा कि आपके द्वारा गलत कार्रवाई की जा रही है। ऑटो चालक परेशान हो रहे हैं। उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है और घर चलाना मुश्किल हो गया है। इस पर आरटीओ ने कहा कि हम कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई कर रहे हैं। आप कोर्ट के खिलाफ ऑटो चालकों को भड़का रहीं हैं। इतना सुनने के बाद नूरी खान के रूख में नरमी आई और उन्होंने निवेदनात्मक लहजे में ऑटो चालकों की मांगे आरटीओ के सामने रखी। मांगों के दौरान यह तय हुआ कि आरटीओ द्वारा कैम्प बढ़ाए जाएंगे ताकि ऑटो चालकों को जल्द से जल्द परमिट मिल सकें। परमिट के लिए दलालों के पास नहीं जाएं ताकि चालकों का काम केवल सरकारी शुल्क में ही हो जाए तथा परमिट के लिए जितनी फीस लगती हो उतनी ही लगे। कांग्रेस नेत्री खान ने कहा कि वैध ऑटो चलाना हमारी जिम्मेदारी है इसमें हम आरटीओ का पूरा सहयोग करेंगे।