केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने रविवार को महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक द्वारा एनसीबी के जोनल अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ लगाए गए आरोपों को निराधार और पूरी तरह से गलत करार दिया। अठावले ने वानखेड़े का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वानखेड़े को कोई नुकसान न पहुंचे और उनकी जान को कोई खतरा न हो।

एनसीपी नेता नवाब मलिक पिछले कुछ दिनों से लगातार एनसीबी और वानखेड़े पर हमला बोलते रहे हैं। वानखेड़े, मुंबई तट पर एक क्रूज पर हुई छापेमारी की अगुवाई कर रहे थे। इस छापेमारी में क्रूज से नशीले पदार्थ बरामद किए गए थे और लोकप्रिय बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान समेत अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अठावले ने दावा किया कि इस मामले में एनसीबी के पास आर्यन खान के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। 

अठावले ने कहा कि वानखेड़े को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह पिछड़ी जाति से हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नवाब मलिक इस मामले को धार्मिक और जातिवादी रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। नवाब मलिक के दामाद समीर खान को भी एनसीबी ने इस साल 13 जनवरी को नशीले पदार्थ रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उन्हें सितंबर में जमानत मिली थी। 

वहीं, नवाब मलिक आज औरंगाबाद में थे। यहां उन्होंने वानखेड़े के खिलाफ अपने आरोपों को लेकर कहा कि हम मुख्यमंत्री और गृह मंत्री से मुलाकात करेंगे। इसकी एसआईटी (विशेष जांच टीम) के जरिए जांच की जाएगी। शहर में एक साल से संगठित अपराध को अंजाम दिया जा रहा था, इसके जरिए करोड़ों रुपये जमा किए गए। इससे पहले मलिक ने कहा था कि वानखेड़े के खिलाफ सबूत सामने आ जाएंगे तो वह सरकारी नौकरी में टिक नहीं पाएंगे।