हनुमान चालीसा विवाद में जमानत मिलने के एक दिन बाद सांसद नवनीत राणा और उनके पति एमएलए रवि राणा आज मुंबई के बायकुला जेल से रिहा हो गए. जेल से रिहा होने के बाद राणा दंपति को मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया जहां उनका मेडिकल चेकअप किया जा रहा है. राणा दंपति को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने की धमकी देने के कारण गिरफ्तार किया गया था. आरोप के मुताबिक उनके बयान से सांप्रदायिक सदभाव को बिगाड़ा जा सकता था. इससे पहले दिन में मुंबई की बोरीवली कोर्ट ने नवनीत राणा और उनके पति व विधायक रवि राणा की रिहाई का आदेश जारी किया था.
कल मिली थी जमानत
पिछले एक महीने से देश भर में हनुमान चालीसा का विवाद गहराता जा रहा है. सबसे पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने ऐलान किया था कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाया गया तो हम हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. इसके बाद नवनीत राणा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर के सामने हनुमान चालीसा पढने की धमकी दी थी. नवनीत राणा महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद हैं. एचटी की खबर के मुताबिक कल राणा दंपति को बोरीवली कोर्ट ने 50-50 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी थी. आज दोनों बायकुला जेल से रिहा हुए.
देशद्रोह का आरोप
हालांकि कल ही उन्हें जमानत मिल गई थी लेकिन समय पर दस्तावेज नहीं पहुंचने के कारण जेल से रिहाई नहीं हो सकी. राणा दंपति को 23 अप्रैल को उनके आवास से गिरफ्तार किया गया था. बुधवार को नवनीत राणा को जेजे अस्पताल ले जाया गया था. उन्हें स्पोंडिलोसिस के इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था. इलाज के बाद उन्हें फिर से जेल में ले जाया गया. नवनीत के वकील ने उनकी हेल्थ से संबंधित ब्यौरा बायकुला जेल के अधिकारी को दिया था. दंपति पर दो एफआईआर दर्ज किया गया है. उनपर राजद्रोह, वैमनस्य को बढ़ावा देने और सरकारी कर्मचारियों को कर्तव्य से रोकने के आरोप के तहत दो एफआईआर दर्ज किया गया है.