पंजाब के राजनीतिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव हुआ है। शिरोमणि अकाली दल के महासचिव जगदीप सिंह चीमा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया। इससे पहले चीमा अमलोह और फतेहगढ़ साहिब विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ चुके हैं। उनके पिता रणधीर सिंह चीमा पंजाब में तीन बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।

जगदीप सिंह चीमा का भाजपा में स्वागत पंजाब भाजपा के कार्यवाहक प्रभारी अश्विनी शर्मा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की मौजूदगी में किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि पंजाब की जनता ने कांग्रेस, अकाली दल और आम आदमी पार्टी की सरकारों का अनुभव कर लिया है और अब वे भारतीय जनता पार्टी की सरकार चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों से पंजाब के लोग प्रभावित हैं।

सैनी ने आम आदमी पार्टी (आप) पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पंजाब में आई बड़ी आपदा के बावजूद आप सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई और केवल सियासी लाभ की चिंता की। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार स्पष्ट हो चुकी है और अब पंजाब में भी जनता इसकी असलियत को समझ चुकी है।

इस कदम के साथ ही पंजाब में आगामी चुनावों से पहले भाजपा को नई ताकत और रणनीतिक बढ़त मिलने की संभावना बढ़ गई है।