पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर सरकारी स्कूलों की फोटो शेयर की हैं। जिसपर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जमकर तारीफ की। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूलों के नए शिक्षकर्मियों और कक्षायें प्रमाण हैं कि अब पंजाब भी शिक्षा की क्रांति को साक्षात्कार कर रहा है।
12710 को किया नियमित
हाल ही में पंजाब के स्कूलों में 10 से 15 वर्षों से पढ़ा रहे 12710 अस्थायी अध्यापकों को मान सरकार ने नियमित किया है। नियमित होने वाले इन शिक्षकों के वेतन में दो से चार गुना तक की बढ़ोतरी भी की गई है। वहीं, हर साल वेतन में पांच प्रतिशत की वृद्धि होगी। इन्हें नियमित मुलाजिमों की तर्ज पर कई लाभ मिलेंगे। महिला शिक्षकों को मातृत्व अवकाश और अन्य छुट्टियां भी पेड होंगी। इनका विशेष कैडर होगा।
शिक्षकों को सिंगापुर में दिलाई जा रही ट्रेनिंग
वहीं, पंजाब सरकार ने एलान किया कि स्कूलों में अब शिक्षक केवल पढ़ाने का ही काम करेंगे, जबकि मैनेजमेंट से जुड़े अन्य एस्टेट मैनेजर करेंगे। शिक्षामंत्री हरजोत सिंह बैंस का कहना है कि सरकारी स्कूलों का सिस्टम पूरी तरह से बदलने की दिशा में काम किया जा रहा है। उसी कड़ी में यह कदम उठाए जा रहे हैं। सूबे में करीब 20 हजार सरकारी स्कूल हैं, इनमें 12 हजार प्राइमरी स्कूल हैं। इनमें 30 लाख विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने में मान सरकार जुटी है। यही वजह है कि शिक्षकों को सिंगापुर, आईआईएम अहमदाबाद जैसे संस्थानों से ट्रेनिंग दिलाई जा रही है। अब शिक्षकों का तीसरा बैच सिंगापुर गया है।
2000 पीटीआई की होगी भर्ती
पंजाब के स्कूलों में अब केवल पढ़ाई ही नहीं होगी बल्कि खिलाड़ी भी तैयार होंगे। सरकार करीब 2000 पीटीआई शिक्षकों की भर्ती करने की तैयारी में है। खास बात यह कि इन पदों पर 20 से 30 फीसदी खिलाड़ियों को ही प्राथमिकता दी जाएगी ताकि विद्यार्थियों में छिपे टैलेंट को पहचान जा सकें। शिक्षा विभाग भर्ती के नए नियम तैयार कर रहा है। विभाग का दावा है कि जल्दी ही नए नियम तैयार कर लिए जाएंगे। इसके बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। मेरिट के आधार पर शिक्षक चुने जाएंगे।