वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय होने से बादलों की आंख मिचौली का खेल चल रहा है। हालांकि आज सुबह से आसमान में बादल छा नहीं है, बावजूद तेज धूप निकल हुई है। इससे हवा में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है। बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़कर 156 तक पहुंच गया। एक्यूआइ कई दिनों से 150 के पार चल रहा है।
चंडीगढ़ ही नहीं आसपास के शहरों का हाल भी कुछ ऐसा ही है। हरियाणा और पंजाब के शहरों का हाल भी कुछ ऐसा ही है। पटियाला का एक्यूआइ 235, लुधियाना का 187 और अमृतसर का 137 दर्ज किया गया। वहीं हरियाणा के शहरों का तो बूरा हाल है। रोहतक का एक्यूआइ 212, सोनीपत का 320 दर्ज किया गया। इसके अलावा देश की राजधानी नई दिल्ली का एक्यूआइ 282, गाजियाबाद का 224, नोएडा का 342, फरीदाबाद का 276 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया।
सेक्टर-9 स्थित यूटी सेक्रेटेरिएट में अब शहर के क्लाइमेट से जुड़ी हर जानकारी तुरंत मिल जाएगी। किस तरह के कदम प्रशासन इसको लेकर उठा रहा है यह भी पता चल जाएगा। सेक्रेटेरिएट के कान्फ्रेंस हॉल में चंडीगढ़ क्लाइमेट चेंज मॉनीटरिंग डैशबोर्ड सेटअप किया गया है। एडवाइजर धर्म पाल ने इस डैशबोर्ड की शुरुआत की।
यह डैशबोर्ड इन्वायरनमेंट डिपार्टमेंट ने डिलोइट टच तोहमात्सू इंडिया एलएलपी की मदद से डेवलप किया है। यह डैशबोर्ड क्लाइमेट चेंज से जुड़े एक्शन लेने के लिए बनाया गया है। क्लाइमेट चेंज सेल इसे ऑपरेट और मैनेज करेगा। एडवाइजर धर्म पाल ने पर्यावरण विभाग के इस प्रयास को सराहा।