आगरा के खेरिया मोड़ स्थित सराय ख्वाजा में खेरागढ़ से भाजपा विधायक भगवान सिंह कुशवाह के चाचा और नगर निगम कर्मियों के बीच हुए विवाद के बाद मामला तूल पकड़ गया है। बुधवार को हुई मारपीट के मामले में सेनेटरी इंस्पेक्टर प्रदीप गौतम सहित 22 सफाई कर्मचारियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज होते ही निगम कर्मचारी विरोध में उतर आए।
नगर निगम कार्यालयों पर ताले, सफाई व्यवस्था चरमराई
शुक्रवार को नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने सभी कार्यालयों पर ताले जड़ दिए और कामकाज ठप कर दिया। शहरभर में सफाई कार्य पूरी तरह ठप हो गया और जगह-जगह कचरे के ढेर लग गए। विरोध कर रहे कर्मचारियों ने विधायक के खिलाफ नारेबाजी की।
कर्मचारी नेताओं विनोद इलाहाबादी और सिकंदर सिंह के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन हुआ। उनका कहना है कि पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है और सत्ताधारी विधायक के दबाव में कर्मचारियों को निशाना बनाया गया है। जब तक दर्ज केस वापस नहीं लिया जाता या फिर निगम प्रशासन की ओर से भी एफआईआर नहीं कराई जाती, हड़ताल जारी रहेगी।
वाहनों को भी रोक दिया गया, वर्कशॉप में प्रदर्शन
ट्रांसपोर्ट नगर स्थित नगर निगम वर्कशॉप में पहुंचे कर्मचारियों ने कूड़ा उठाने वाले वाहनों को बाहर निकलने नहीं दिया। वाल्मीकि महापंचायत के अध्यक्ष गौरव वाल्मीकि की अगुवाई में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। ड्राइवर, क्लीनर, क्लर्क समेत सभी स्टाफ हड़ताल में शामिल हो गए।
प्रशासन की ओर से अपर नगर आयुक्त शिशिर कुमार, सहायक नगर आयुक्त अशोक प्रिय गौतम और अन्य अधिकारियों ने कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। गौरव वाल्मीकि ने आरोप लगाया कि विधायक अपने रिश्तेदार को बचाने के लिए पुलिस पर दबाव बना रहे हैं और निगम कर्मचारियों पर झूठा केस दर्ज कराया गया है।
बल्केश्वर मेला भी प्रभावित होने की आशंका
हड़ताल का असर बल्केश्वर शिव मंदिर की परिक्रमा यात्रा पर भी पड़ सकता है। 44 किलोमीटर लंबे परिक्रमा मार्ग पर जगह-जगह भंडारे और धार्मिक आयोजन होते हैं, जिनमें सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए नगर निगम के कर्मचारी तैनात रहते हैं। हड़ताल के चलते यह सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
महज एक दिन में ही शहर में सड़कों और कूड़ा डंप स्थलों पर गंदगी का अंबार लग चुका है, जिससे दुर्गंध फैल रही है और लोग परेशान हैं।