देवरिया। उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अब संतुलन खो चुके हैं। जब वे सत्ता में थे, तब उनका कामकाज सबके सामने है, और अब सत्ता से बाहर होने के बाद वे समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
रविवार को देवरिया के कसया बाईपास स्थित एक विवाह भवन में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह के दौरान मीडिया से बातचीत में राजभर ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव ने देवरिया में ब्राह्मण और यादव समाज के बीच टकराव कराने की कोशिश की थी। यही प्रयास उन्होंने इटावा में भी दोहराया।
उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि यादवों को कथा कहने की प्रेरणा देने वाले अखिलेश जब आजमगढ़ में गृह प्रवेश करवा रहे थे, तो पंडित के बिना उनका काम नहीं चला। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आगरा में दलितों को सामने रखकर राजपूतों के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश हुई, और बनारस में सपा ने राजभर और राजपूत समाज को आमने-सामने लाने का प्रयास किया, लेकिन ऐसा होने नहीं दिया गया।
राजभर ने सपा और कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके शासन में दंगे और कर्फ्यू आम बात थे, जबकि मौजूदा योगी सरकार में ऐसी घटनाएं नहीं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष अब सिर्फ भड़काऊ बयान देकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि शांति से उन्हें असहजता महसूस हो रही है।