नरवल थाने में पारिवारिक विवाद के मामले में बंद दो परिजनों से मिलने पहुंचे एक युवक ने पुलिस पर मारपीट और रातभर हिरासत में रखने का गंभीर आरोप लगाया है। शनिवार सुबह जब यह मामला सामने आया तो युवक के परिजन व्यापार मंडल के सदस्यों के साथ थाने पहुंचे और जमकर विरोध दर्ज कराया। आरोपित दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।

कुरयानी निवासी सूरज साहू का कहना है कि शुक्रवार को पारिवारिक विवाद के चलते पुलिस ने उनके दो परिजनों को हिरासत में लिया था। जब वह उनसे मिलने थाने पहुंचे और व्यापार मंडल के चेयरमैन दीपक मिश्रा के माध्यम से वहां मौजूद एक दरोगा से बात कराने की कोशिश की, तो दरोगा ने पहले गालियां दीं और फिर विरोध करने पर उन्हें पीटते हुए हवालात में बंद कर दिया। सूरज का आरोप है कि इस दौरान उनका मोबाइल और 300 रुपये भी जमा करा लिए गए।

घटना की जानकारी मिलने पर शनिवार सुबह सूरज के परिजन और व्यापार मंडल के पदाधिकारी थाने पहुंचे और हंगामा किया। विरोध के बाद पुलिस ने युवक को रिहा कर दिया।

व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष महेश वर्मा ने आरोपित दरोगा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से की जाएगी। वहीं थानाध्यक्ष अखिलेश पाल ने मारपीट के आरोपों से इनकार किया, लेकिन युवक को पूरी रात थाने में रखने के सवाल पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।