समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को निर्वाचन आयोग पर उत्तर प्रदेश के हालिया उपचुनावों में बीजेपी के प्रभाव में काम करने का आरोप लगाया। रक्षाबंधन के मौके पर अपने चाचा के घर परिवार के साथ मौजूद अखिलेश ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें हमेशा इस बात की चिंता रही है कि निर्वाचन आयोग न्याय करेगा या नहीं।
अखिलेश ने बताया कि कुंदरकी, मीरापुर और खासकर अयोध्या उपचुनावों में वोट चोरी मामूली बात थी, जबकि निर्वाचन आयोग ने बीजेपी के निर्देश पर डकैती और वोटों का अपहरण किया। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनावों के दौरान प्रशासन ने पहले से तय कर रखा था कि कौन से अधिकारी ड्यूटी पर होंगे और कितने वोट किसे मिलेंगे। साथ ही, लोगों को एक से अधिक बार वोट डालने की भी सुविधा दी गई, जिसमें उनके पास ऐसे वीडियो भी हैं जिसमें लोग छह-छह वोट डालते दिखाई दे रहे हैं। एक व्यक्ति को अपने निर्वाचन क्षेत्र के बाहर वोट डालते पकड़ा गया, जबकि कुछ मंत्री मतदान केंद्रों पर ही रुके हुए थे।
सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि पिछली चुनावों में उनकी पार्टी ने 18,000 वोट बिना किसी स्पष्टीकरण के हटाए जाने की शिकायत की थी, लेकिन निर्वाचन आयोग ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता प्रभावित हुई।
अखिलेश यादव ने फिर दोहराया कि चुनाव आयोग पर हमेशा से न्याय करने को लेकर संदेह रहा है। उनका कहना था कि यदि किसी चुनाव में सबसे ज्यादा गड़बड़ी हुई है, तो वह यूपी के उपचुनाव हैं, जहां वोट चोरी के अलावा चुनाव आयोग ने बीजेपी के सहयोग से वोटों की डकैती और अपहरण किया।