बरेली में 26 सितंबर को हुए बवाल के बाद प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। सोमवार को बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) की टीम ने सपा के दो पूर्व पार्षदों की संपत्तियों पर बड़ी कार्रवाई की। टीम ने पहले सपा के पूर्व पार्षद व मौलाना तौकीर रजा के करीबी माने जाने वाले वाजिद बेग के फरीदापुर चौधरी स्थित बरातघर को सील किया। बीडीए अधिकारियों के अनुसार, यह निर्माण अवैध रूप से किया गया था और कई बार नोटिस देने के बावजूद काम नहीं रोका गया, जिसके बाद यह कदम उठाया गया।

सीलिंग के दौरान सीओ पंकज श्रीवास्तव, बीडीए अधिकारी और भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद रहे। टीम ने बरातघर का ताला तोड़कर उसे सील कर दिया और बाहर नोटिस चस्पा किया, जिसमें स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि सील तोड़ने या नुकसान पहुंचाने पर एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बरातघर के बाद टीम ने कोहाड़ापीर इलाके में सपा पार्षद मुन्ना के बाइक शोरूम पर भी कार्रवाई की। अधिकारियों ने शोरूम को अवैध निर्माण बताते हुए सील कर दिया। इस दौरान शोरूम के अंदर मौजूद पार्षद और उनके कर्मचारी को बाहर निकाल दिया गया।

सपा पार्षद मुन्ना ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि बवाल के दिन वह किसी भी घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे। उन्होंने बताया कि वह कैंसर से पीड़ित हैं और उनके यहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। “जो लोग वाकई शामिल थे, उन्हीं पर कार्रवाई होनी चाहिए,” उन्होंने कहा।

बवाल के बाद बीडीए अब तक मौलाना तौकीर रजा के करीबियों की कई संपत्तियों को सील कर चुका है। इसमें पीलीभीत रोड स्थित आरिफ के फहम लान और फ्लोरा गार्डन, उनकी पत्नी का स्काई लार्क होटल, नरियावल में शराफत का बरातघर, नौमहला मस्जिद के पास नदीम की चार दुकानें और फरहत का मकान शामिल हैं।

अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई अवैध निर्माण और अतिक्रमण के खिलाफ नियमित अभियान का हिस्सा है और आगे भी इसी तरह की कार्यवाही जारी रहेगी।