उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले की की गोला गोकरण नाथ विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक अरविंद गिरी का सीतापुर में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है. विधायक गिरी की मौत तब हुई, जब उन्हें इलाज के लिए लखनऊ ले जाया जा रहा था.

विधायक अरविंद गिरी के निधन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुःख जताया है. प्रदेश के बीजेपी के एनी नेताओं ने भी विधायक गिरी के निधन पर गहरा दुःख जताया है.

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परिजनों के मुताबिक, वह सुबह 5 बजे तैयार होकर अपने घर से लखनऊ के लिए रवाना हुए थे, रास्ते में अटरिया के पास कार में ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा. उनके साथ मौजूद सहयोगी उन्हें एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

एचआईएमएस सीतापुर के प्राचार्य DR यूबी मिश्रा ने कहा, सुबह करीब 7.21 बजे विधायक अरविंद गिरी को इमरजेंसी में लाया गया. उनका चेकअप किया गया तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है. यहां लाए जाने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई.

उनके निधन पर मुख्यमंत्री योगी, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने शोक व्यक्त किया है. अरविंद गिरि गोला विधानसभा से पांच बार विधायक रहे हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधानसभा अध्‍यक्ष सतीश महाना और मंत्रियों ने विधायक के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया. आदित्‍यनाथ ने कहा, ''लखीमपुर खीरी जनपद की गोला विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अरविन्द गिरि का निधन अत्यंत दुःखद है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. प्रभु श्री राम दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें.ॐ शांति!''

पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि गोला गोकर्णनाथ के तीरथ इलाके के रहने वाले गिरि (65) के परिवार में उनकी पत्नी सुधा गिरि, दो बेटे और दो बेटी हैं . पार्टी नेताओं के अनुसार, गिरि अपनी कार से लखनऊ जा रहे थे और उन्हें बेचैनी महसूस हुई और उन्हें सिधौली के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई.

भाजपा के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने पार्टी के विधायक गिरि के आकस्मिक निधन की पुष्टि की और शोक व्यक्त किया. गिरि ने सोमवार को कई कार्यक्रमों में भाग लिया था और गोला गोकर्णनाथ मंदिर के सर्वेक्षण की निगरानी के लिए भी गए थे.

गोला इंटर कॉलेज में एक शारीरिक प्रशिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू करने वाले अरविंद गिरि ने 1995 में सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया, जब उन्हें गोला नगरपालिका के अध्यक्ष के रूप में चुना गया. 1996 में, उन्होंने समाजवादी पार्टी से हैदराबाद विधानसभा (अब गोला) सीट से चुनाव लड़ा और निर्वाचित हुए. उन्होंने 1996, 2002 और 2007 में सपा विधायक के रूप में विधानसभा में सीट का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने 2017 में पार्टी बदल ली और अपने गोला निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की. गिरि ने हाल ही में संपन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी गोला सीट बरकरार रखी.