उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के कटघर थाना क्षेत्र में दो प्रेमी युगलों ने सामाजिक और धार्मिक परंपराओं की सीमाओं से ऊपर उठते हुए आर्य समाज मंदिर में वैदिक रीति से विवाह कर लिया। मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाली दोनों युवतियों ने हिंदू युवकों से प्रेम विवाह कर न सिर्फ अपने जीवनसाथी का चयन किया, बल्कि स्वेच्छा से हिंदू धर्म भी अपना लिया।
स्वालेहीन बनी शालिनी, नूर फातमा ने लिया नीलम नाम
कटघर की रहने वाली स्वालेहीन ने अमित से विवाह किया और विवाह के बाद अपना नाम शालिनी रख लिया। वहीं भोजपुर निवासी नूर फातमा ने गौरव के साथ सात फेरे लिए और खुद को नीलम के नाम से पहचानने का फैसला किया। दोनों जोड़ियों ने आर्य समाज मंदिर में वैदिक विधियों के अनुसार विवाह की सभी धार्मिक रस्में निभाईं।
परिजनों से खतरे की आशंका जताई
शालिनी ने बताया कि वह काफी समय से अमित से प्रेम करती थीं, लेकिन पारिवारिक विरोध के कारण वह खुलकर अपने रिश्ते को सार्वजनिक नहीं कर सकीं। विवाह के फैसले के बाद उन्हें अपने ही परिवार से खतरे की आशंका है। उन्होंने साफ कहा कि अब वह केवल अपने पति के साथ जीवन बिताना चाहती हैं।
नीलम ने भी गौरव के साथ अपने प्रेम को वैवाहिक बंधन में बदलने को स्वाभाविक निर्णय बताया और कहा कि यह कदम पूरी तरह उनकी इच्छा से उठाया गया है। अब वह गौरव के साथ एक नए जीवन की शुरुआत करना चाहती हैं।
आर्य समाज मंदिर ने दी धर्म परिवर्तन की पुष्टि
आर्य समाज मंदिर के पदाधिकारियों ने पुष्टि की है कि विवाह की सभी रस्में विधिपूर्वक संपन्न कराई गईं। दोनों युवतियों ने अपने धर्म परिवर्तन से जुड़ी प्रक्रियाएं स्वेच्छा से पूरी कीं।
पुलिस प्रशासन ने लिया संज्ञान, सुरक्षा के निर्देश
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन सक्रिय हो गया। कटघर पुलिस और क्षेत्राधिकारी ने नवविवाहित जोड़ों से मुलाकात कर आवश्यक जानकारी जुटाई। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि युवतियों की ओर से जान का खतरा जताया गया है, ऐसे में उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाएगी। मामले पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।